नई दिल्ली। तमिलनाडु, पुडुचेरी और आंध्र प्रदेश में पिछले दिनों भीषण बारिश और उसके बाद आयी बाढ़ के कारण दिसंबर में देश में कार उत्पादन 10 से 15 प्रतिशत तक कम रह सकता है। यात्री वाहन बनाने वाली कंपनियों में हुंडई, फोर्ड, बीएमडब्ल्यू, निसान आदि के संयंत्र चेन्नई या आसपास के इलाकों में हैं। इनके अलावा अशोक लेलैंड, डेम्लर, मित्सुबिशि और रॉयल इनफील्ड के संयंत्र भी इन इलाकों में हैं। उद्योग से जुड़े सूत्रों का कहना है कि हालिया बाढ़ से इन कंपनियों में उत्पादन प्रभावित हुआ है और अभी-भी उत्पादन पूरी क्षमता से नहीं हो पा रहा है। इससे दिसंबर में देश में कार उत्पादन 10 से 15 प्रतिशत कम रहने की आशंका है। उल्लेखनीय है कि यह कमी कंपनियों को मजबूरन करनी पड़ेगी, जबकि आम तौर पर नवंबर के कम उत्पादन के बाद दिसंबर में इसमें बढ़ोतरी की उम्मीद थी। त्योहारी मौसम से पहले अक्टूबर में कंपनियों ने ज्यादा उत्पादन किया था। अक्टूबर में कारों और उपयोगी वाहनों समेत यात्री वाहनों का उत्पादन 296359 इकाई रहा जबकि बिक्री 268629 इकाई रही। जल्द हकीकत में बदलने वाली है यह बीएमडब्लू कंसेप्ट कार दुपहिया वाहनों का उत्पादन 18 लाख 30 हजार से ज्यादा रहा जबकि बिक्री 16 लाख 56 हजार से कुछ ज्यादा रही। व्यावसायिक वाहनों की उत्पादन भी लगभग 61 हजार रहा, जबकि बिक्री 58 हजार 596 इकाई रही। अक्टूबर का बचा स्टॉक निकालने के लिए कंपनियों ने नवंबर में उत्पादन घटा दिया। नवंबर में यात्री वाहनों का उत्पादन 252203 इकाई, दुपहिया वाहनों का 15 लाख से कम और व्यावसायिक वाहनों का 59 हजार 100 रहा। इसके बाद दिसंबर में अब उत्पादन बढऩे की उम्मीद थी, लेकिन बाढ़ से हुए नुकसान से उबरने और उत्पादन को पूरी क्षमता पर लाने में समय लगेगा। इस बारे में पूछे जाने पर वाहन निर्माता कंपनियों के संगठन सियाम के महानिदेशक विष्णु माथुर ने कोई स्पष्ट आंकड़ा देने से इनकार कर दिया। लेकिन, उन्होंने स्वीकार किया कि इससे तकरीबन डेढ़ महीने तक उत्पादन प्रभावित रहेगा।