ये यूनिट्स नवंबर 2017 से मार्च 2018 के बीच बनाई गई थीं। अब कंपनी ने इन कारों को पावरट्रेन कंट्रोल मॉड्यूल सॉफ्टवेयर (PCM) को अपडेट करेगी। फोर्ड कंपनी अपनी मर्जी से इन कारों को चेक कर रही है ताकि ये सिस्टम अच्छे से काम करे। बताया जा रहा है कि सॉफ्टवेयर अपडेट होने के बाद ये कार बेहतरीन क्वालिटी से चलेगी और सब चीजें बेहतर हो जाएंगी। इन वाहनों को मालिकों को कंपनी की तरफ से रिकॉल के लिए लेटर या ईमेल मिलेगा।
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इसी साथ फोर्ड इंडिया की वेबसाइट पर जाकर भी ग्राहक गाड़ी की वीइकल आइडेंटिफिकेशन नंबर VIN के जरिए फील्ड सर्विस एक्शन की जानकारी ले सकते हैं। फिलहाल ये नहीं बताया गया है कि PMC सॉफ्टवेयर को अपडेट करने के लिए रकम ली जाएगी या फिर इसे मुफ्त में ही अपडेट किया जाएगा।
इंजन और पावर
इंजन और पावर की बात की जाए तो भारत में फोर्ड ईकोस्पोर्ट इंजन के दो विकल्पों के साथ आती है। पहला 1.5 लीटर ड्रैगन इंजन दिया गया है जो कि 98.96 बीएचपी की पावर और 205 न्यूटन मीटर का टार्क जनरेट करता है। इसी के साथ दूसरा 1.0 लीटर का इकोबूस्ट इंजन दिया गया है जो कि 123.24 बीएचपी की पावर और 170 न्यूटन मीटर का टार्क जनरेट करता है।
फोर्ड इकोस्पोर्ट को पहली बार रिकॉल नहीं किया जा रहा है बल्कि इससे पहले जुलाई 2018 में भी 4,379 यूनिट्स को चेक करने के लिए वापस मंगवाया गया था।