scriptअपनी कार को ऐसे बनाएं स्मार्ट कार, जेम्स बॉन्ड की कार भी हो जाएगी फेल | How to convert your car into smart car | Patrika News

अपनी कार को ऐसे बनाएं स्मार्ट कार, जेम्स बॉन्ड की कार भी हो जाएगी फेल

Published: Jan 07, 2018 11:31:27 am

कार की दुनिया में बड़े बदलाव हो रहे है। कारों में बिल्ट इन और एक्सेसरीज से कई उपयोगी फीचर्स जोड़े जा रहे हैं।

smart car tips in hindi

smart car, automobile news in hindi

वर्तमान में ऑटोमोबाइल सेक्टर की दुनिया में कई क्रान्तिकारी बदलाव हो रहे है। कारों में बिल्ट इन और एक्सेसरीज से कई उपयोगी फीचर्स जोड़े जा रहे हैं। आपभी चाहे तो कुछ बहुत ही उपयोगी गैजेट्स इंस्टॉल कर अपनी कार को सुपर स्मार्ट कार में बदल सकते हैं। हालांकि इसके लिए आपको थोड़ा बहुत खर्चा करना पड़ सकता है लेकिन इससे फायदा काफी होगा।
ब्लूटूथ
ब्लूटूथ कॉल्स और म्यूजिक के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है, पर यह हर कार में नहीं होता है। अपने स्टीरियो सिस्टम को बिल्ट इन ब्लूटूथ वाले सिस्टम से अपग्रेड कर सकते हैं। आप चाहें तो इसके लिए ब्लूटूथ अडैप्टर ले सकते हैं। बेल्किन का ब्लूटूथ कार हैंड्स-फ्री किट (4000 रुपए) मौजूद स्टीरियो से ऑक्स पोर्ट से जुड़ जाता है। यह पावर के लिए लाइटर सॉकिट का इस्तेमाल करता है। इसमें वॉइस कॉल्स के लिए माइक्रोफोन मौजूद है। स्टीरियो से कनेक्ट होने के बाद म्यूजिक स्ट्रीमिंग और कॉल्स के लिए इसे स्मार्टफोन से पेयर कर सकते हैं। आप चाहें तो जाबरा ड्राइव ब्लूटूथ स्पीकर फोन ले सकते हैं। यह कार स्टीरियो से नहीं जुड़ता है, पर वॉइस कॉल के लिए स्टैंडअलोन स्पीकर यूनिट की तरह काम करता है। यह काफी काम का साबित होता है।
ड्राइवर असिस्टेंस
कार में शोरगुल का माहौल और फोन कॉल्स ड्राइवर का ध्यान भटका सकते हैं। अगर आप ड्राइवर हैं तो महसूस करते होंगे कि वर्चुअली यह असंभव है कि हर रोड साइन, वार्निंग, डायवर्जन, स्पीड लिमिट साइन और ट्रैफिक सिग्नल के बारे में अवेयर रहा जाए। अब क्यूएनएक्स, टेक्सास इन्स्ट्रूमेंट्स, डेलफी और एनवीडिया जैसी कार कंपनियां ऐसे तरीके पेश कर रही हैं, जिनसे कार चारों ओर के माहौल से अवेयर हो जाती है। इन सिस्टम्स से अपने आप लगने वाले इमरजेंसी ब्रेक, पदयात्रियों की पहचान, ड्राइवर की अलर्टनेस की मॉनिटङ्क्षरग, रोड साइन्स की रीडिंग का काम पूरा किया जा सकता है।
डायग्नोस्टिक्स
आप सिंपल अडैप्टर और एप्स से कार डायग्नोस्टिक्स पर नजर रख सकते हैं। 1998 के बाद से हर कार में एक ओबीडी (ऑन-बोर्ड डायग्नोस्टिक्स) पोर्ट होता है। यह डैशबोर्ड के अंदर होता है। पीएलएक्स किवी वाई-फाई जैसे एडैप्टर से कार के बारे में रियल टाइम डाटा प्राप्त कर सकते हैं और इसे स्मार्टफोन/टैबलेट पर देख सकते हैं। डिटेल्स में इंजन स्पीड, लोड, एक्सलेरेशन, ब्रैकिंग, फ्यूल इकोनॉमी और खाली होने का समय शामिल होता है। इन जानकारियों से पता लगा सकते हैं कि कार किसी समस्या से ग्रस्त है या नहीं। कार को बेहतर परफॉर्मेंस के लिए ट्यून-अप कर सकते हैं।
जीपीएस नेविगेशन
अपनी कार में जीपीएस नेविगेशन लेने का सबसे आसान रास्ता है कि आप एक मल्टीमीडिया यूनिट लें, जिसमें बिल्ट इन जीपीएस मैप्स हों। मैकमाईइंडिया की ओर से विभिन्न कारों के लिए कई विकल्प उपलब्ध करवाए गए हैं, जो आपके स्टॉक कार स्टीरियो को रिप्लेस कर देते हैं। इससे आपको बड़ी डिस्प्ले, ऑफलाइन मैप्स के साथ जीपीएस और टर्न बाई टर्न वॉइस गाइडेड नेविगेशन जैसी फीचर्स मिलते हैं। आप चाहें तो आपकी कार के डैशबोर्ड पर फिट होने वाला स्टैंडअलोन जीपीएस नेविगेटर भी ले सकते हैं। मैकमाईइंडिया, टॉमटॉम, गारमिन और सैटगाइड कंपनियों के कई विकल्प मौजूद हैं।
वर्चुअल डिस्प्ले
एक्सप्लोराइड यूनीक हेड-अप डिस्प्ले है। यह 6 इंच ट्रांसपेरेंट डिस्प्ले है, जो डैशबोर्ड पर माउंट होती है। सिंगल डिस्प्ले आपके एंटरटेनमेंट सिस्टम, जीपीएस नेविगेटर और कार डायग्नोस्टिक्स के काम आता है। इसमें क्वाडकोर प्रोसेसर, 2 जीबी रैम, 8 जीबी स्टोरेज, 4 जी और ब्लूटूथ कनेक्टिविटी है। यह डिवाइस आपकी कार को काफी उपयोगी बना सकता है। गारमिन एक एचयूडी सिस्टम ऑफर करता है, जो फोन से ब्लूटूथ की मदद से कनेक्ट हो जाता है। यह गारमिन स्ट्रीटपायलट और नेविगोन जैसे एप्स के साथ अच्छी तरह से काम करता है।
सेल्फ ड्राइविंग कार
टेस्ला की मॉडल एस कार को सेल्फ ड्राइविंग कारों में सबसे एडवांस माना जाता है। यह कार कैमरा, राडार, अल्ट्रासोनिक सेंसर और जीपीएस के कॉम्बिनेशन का इस्तेमाल करती है और सेल्फ ड्राइविंग मोड में पहुंच जाती है। कार अपने आप पार्किंग में जा सकती है और इसे प्राइवेट प्रॉपर्टी तक बुला सकते हैं। सिस्टम एडवांस्ड क्रूज कंट्रोल (हैंड्स और फुट फ्री) इनेबल कर सकता है। इसका अर्थ है कि कार खुद स्पीड तय करेगी। जरूरत पडऩे पर स्पीड कम होगी और बढ़ेगी।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो