पंजीकरण संख्या हर वाहन के जरूरी
एक वाहन की पंजीकरण संख्या यानी नंबर ही कार की पहचान होता है। सरकारी कानून के अनुसार हर कार के लिए एक रजिस्ट्रेशन नंबर और एक आईडी जरूरी है। नंबर इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि आपके वाहन से संबंधित कुछ कानूनी प्रक्रियाओं के दौरान इसकी आवश्यकता होती है। जब भी कार के खरीदार द्वारा कोई नई कार शोरूम से निकाली जाती है, तो परिवहन अधिकारी के कार्यालय द्वारा एक पंजीकरण संख्या जारी की जाती है। जिसे कार के Registration Number के रूप में जाना जाता है।
पुरानी कार खरीदते समय हमेशा करें चेक
पंजीकरण संख्या वाहन के मालिक का पता लगाने या व्यक्ति की पहचान प्राप्त करने के लिए एक सुराग है। कई बार हिट-एंड-रन के ऐसे मामले होते हैं जब वाहन के मालिक की पहचान जाननी होती है। बता दें, जब कोई पुरानी कार खरीदता है, तो उसे पंजीकरण संख्या सहित कार के दस्तावेजों की जांच करने की आवश्यकता होती है। यानी पुरानी कार को खरीदने से पहले वाहन के मालिक की जानकारी जरूर प्राप्त करें,और नीचे बताए गए प्रोसेस से आप चंद सेकेंड में कार के मालिक का पता लगा सकते हैं।
कैसे पता लगाएं Registration Number से मालिक का नाम
भारत के सभी वाहनों की ऑनलाइन वाहन रजिस्ट्री या डेटाबेस VAHAN वेबसाइट पर उपलब्ध है। इस वेबसाइट पर डेटा में सभी वाहनों के पंजीकरण नंबर भी शामिल हैं। वाहन वेबसाइट में ड्राइविंग लाइसेंस और पंजीकरण प्रमाणपत्रों की जानकारी कोई भी व्यक्ति एक्सेस कर सकता है। इसके लिए आपको वाहन की वेबसाइट https://vahan.nic.in/ को ओपन करना होगा। जैसे ही आप वेब पेज पर सर्फिंग कर रहे हैं, आपको 'अपने वाहन के विवरण जानें' पर जाना चाहिए। यहां कार की डिटेल यानी पंजीकरण संख्या टाइप करनी होगी। जिसके बाद आपको वेबसाइट पर चेसिस नंबर, इंजन नंबर, वाहन के मालिक का नाम, वाहन का वर्ग आदि सभी जानकारी मिल जाएंगी।