बिक्री के आंकडों पर गौर करें तो बीते जून महीने में मारुति सुजुकी ने कुल 1,22,685 कारों की बिक्री की है, जो कि पिछले साल के जून महीने में कुल 1,24,280 यूनिट्स थी। हालांकि ये गिरावट बेहद ही मामूली है लेकिन ऐसे समय में जब अन्य सभी कंपनियां ग्रोथ दर्ज कर रही हैं वहीं मारुति के वाहनों की डिमांड तेजी से कम हुई है।
दूसरी ओर टाटा मोटर्स ने बीते जून महीने में कुल 45,200 वाहनों की बिक्री की है जो कि पिछले साल के इसी महीने के 24,111 यूनिट्स के मुकाबले पूरे 87.5% ज्यादा है। टाटा मोटर्स के वाहनों की डिमांड में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है, जिसका असर मार्केट शेयर पर पड़ा है।
क्या कहता है मार्केट शेयर:
ऑटो पंडित की रिपोर्ट के अनुसार, बीते जून महीने में मारुति सुजुकी का पैसेंजर व्हीकल सेग्मेंट में मार्केट शेयर घटते हुए तकरीबन 38.3 % पर आ पहुंचा था। एक वक्त था कि जब बाजार में मारुति की हिस्सेदारी हमेशा से तकरीबन 48 से 49% रही है। वहीं हुंडई की हिस्सेदारी भी लगातार कम हो रही है, जो कि घटते हुए 15.3% पर आ पहुंची है। अपने बेहतर पोजिशन में हुंडई 19 प्रतिशत तक साझेदारी रखती थी।
टाटा मोटर्स के वाहनों की डिमांड बढ़ने के कई कारण हैं, एक तो कंपनी ने इस बीच कई नए मॉडलों हैरियर, सफारी, अल्ट्रॉज, नेक्सॉन, नेक्सॉन इलेक्ट्रिक, पंच जैसे मॉडलों को पेश किया है। दूसरी ओर हमेशा से मारुति और हुंडई के दबदबे वाले CNG सेग्मेंट में भी एंट्री कर ली है। टाटा मोटर्स ने अपनी मशहूर कारों टाटा टिगोर और टिएगो के सीएनजी वेरिएंट को पेश कर सीएनजी बाजार में भी अपनी पकड़ मजबूत करनी शुरू कर दी है, दूसरी ओर इलेक्ट्रिक व्हीकल में पहले से टाटा ने कब्जा जमा रखा है। बीते जून महीने में टाटा मोटर्स की बाजार में हिस्सेदारी बढ़ते हुए 14.1% तक पहुंच गई है।
जून महीने के बेस्ट सेलिंग ब्रांड्स:
हमेशा की तरह पैसेंजर व्हीकल सेग्मेंट में मारुति सुजुकी नंबर एक की पोजिशन पर है, वहीं हुंडई दूसरे स्थान पर और टाटा मोटर्स ने तीसरे पायदान पर कब्जा जमाया है। हालांकि टाटा और हुंडई के बीच महज कुछ हजार वाहनों का ही फासला है। याद दिला दें कि पिछले महीने टाटा मोटर्स ने हुंडई को पछाड़ते हुए दूसरे स्थान पर कब्जा किया था। कुल 26,640 यूनिट्स के साथ Mahindra चौथे पोजिशन पर और 24,024 यूनिट्स के साथ Kia India पांचवी सबसे ज्यादा वाहन बेचने वाली कार कंपनी बनी है।