Robotics Team की लड़कियां कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के लिए दिन रात एक कर के वेंटिलेटर बना रही हैं। यह लड़कियां क्षेत्र छुपाते हुए लॉक डाउन के बीच वर्कशॉप पहुंचती हैं और वेंटिलेटर का निर्माण करती है।
इस टीम की सदस्य सोमाया फारुकी जो कि 14 साल की हैं उनके मुताबिक अगर हम कोरोनावायरस से ग्रसित एक भी शख्स की जिंदगी बचा पाए तो यह हमारे लिए गर्व की बात होगी। एक समय पर तालिबान का गढ़ रहे अफगानिस्तान में ऐसा काम करने पर दुनिया भर में लड़कियों की जमकर तारीफ हो रही है।
आपको बता दें सोमाया शाहरुख की की टीम मई और जून तक वेंटिलेटर का प्रोटोटाइप तैयार कर लेगा। अभी इनकी टीम अलग-अलग डिजाइंस पर काम कर रही है जिसमें कुल 15 मेंबर हैं जो अलग-अलग प्रोजेक्ट पर काम करते हैं। इस टीम के मेंबर्स की उम्र 14 से 17 साल के बीच है।
इन लड़कियों की टीम कुल मिला कर दो अलग-अलग डिजाइंस पर काम कर रही हैं जिनमें एक ओपन सोर्स ब्लूप्रिंट है जो मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी का है। यह लड़कियां टोयोटा कार के विंडशील्ड वाइपर की मोटर, बैटरी और मैनुअल ऑक्सीजन मास्क की मदद से अपना प्रोटोटाइप तैयार कर रही हैं।
एक बार प्रोटोटाइप तैयार हो जाने के बाद इसे हेल्थ मिनिस्ट्री में टेस्टिंग के लिए भेजा जाएगा जो शुरुआती तौर पर जानवरों पर की जाएगी इसके बाद अगर यह टेस्ट में पास होता है तो इस वेंटिलेटर को वृहद तौर पर तैयार किया जाएगा।