क्रूज कंट्रोल का उपयोग-
नई-नई कार में क्रूज कंट्रोल इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। लंबे समय तक एक ही स्पीड मेंटेन करना नए इंजन पर दबाव पैदा करता है। पहले क्लच और इंजन को हर परिस्थिति को झेलने दीजिए, उसके बाद क्रूज कंट्रोल का उपयोग कीजिए।
दूसरी कार या बाइक को खींचना-
नई कार का इंजन काफी पॉवरफुल होता है तो ये किसी भी गाड़ी को खींच सकती है, लेकिन कम से कम पहली सर्विस तक ऐसा करना ठीक नहीं है। टोइंग से नई कार के सस्पेंशन, टायर, इंजन और अन्य चीजों पर दबाव पड़ता है।
इस तरह से करें टायर की देखभाल, सालों साल रफ्तार में चलेगी कार
गियर बदलना-
निश्चित किलोमीटर्स से पहले आरपीएम को लाल निशान ना छूने की चेतावनी कार के मैनुअल में दी जाती है। दूसरे और तीसरे गियर में कार को लंबे समय तक एक्सलरेट करना इंजन पर बुरा असर डालता है। किफायत के साथ चलना है, तो आरपीएम मीटर पर निगाह जमाए रखिए और गियर बदलते रहिए।
कम दूरी की राइड्स-
कार नई होने पर अगर छोटी राइड्स लेंगे तो इंजन को ट्यून होने में दिक्कत हो सकती है। दो-तीन मिनट की राइड से इंजन न तो गर्म हो पाता है और ना पूरी तरह ठंडा रहता है। जब कार का इंजन एक निश्चित तापमान पर गर्म होता है तभी बढ़िया परफॉर्म करता है।