आर्थिक राजधानी मुंबई में तो फिलहाल लोगों के बीच इलेक्ट्रिक कार और बाइक्स का क्रेज काफी बढ़ चुका है. पिछले तीन साल में मुंबई में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में 1360 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गयी है। वहीं महाराष्ट्र राज्य में 407 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी है, जो कि इलेक्ट्रिक वाहनों के बढ़ते दायरे को दर्शाता है।
ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट के आंकड़ों की माने तो 2017 – 2018 में जहां 1,459 इलेक्ट्रिक कार व बाइक रजिस्टर किये गये थे, वहीं 2019 – 2020 में इनकी संख्या बढ़कर 7,400 यूनिट हो गया है। यह आंकड़े मुंबई में 46 से बढ़कर 672 हो गये हैं।
इस वजह से electric cars हो रही है पॉपुलर- आपको मालूम हो कि पेट्रोल-डीजल से चलने वाली एक कार को चलाने का एवरेज 3-4 रूपए आता है लेकिन वही इलेक्ट्रिक कार को चलाने की खर्च प्रति किमी 50 पैसे ही होती है और कोई भी इलेक्ट्रिक वाहन अमूमन 120 किमी का माइलेज देता ही है। बचत की वजह से फिलहाल मुंबई वाले इलेक्ट्रिक वाहनों को ज्यादा तरजीह दे रहे हैं ।
इसके अलावा इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीदी, रजिस्ट्रेशन आदि प्रक्रिया पर भी सरकार कई तरह की छूट प्रदान कर रही है, जिस वजह से पेट्रोल/डीजल वाहन के मुकाबले ये बेहतर विकल्प साबित हो रहे हैं। देश की राजधानी दिल्ली में सरकार ने हाल ही में इलेक्ट्रिक वाहन पालिसी को मंजूरी दी है, जिसके तहत कई छूट दिए गये हैं। उम्मीद है कि दिल्ली में भी बहुत जल्द ज्यादा से ज्यादा EVs दिखेंगे ।