मंत्रालय की ओर से दिए गए जवाब में कहा गया है कि सबसे ज्यादा शिक्षकों की कमी आईआईटी (BHU) वाराणसी में हैं जहां वर्तमान में 5 हजार 485 स्टुडेंट्स पढ़ रहे हैं। यहां 548 शिक्षकों के पद स्वीकृत हैं, लेकिन पढ़ा 265 शिक्षक रहे हैं। शिक्षाविद और कॅरियर सलाहकार जयंति लाल भंडारी ने कहा, देश में IITs की संख्या बढ़कर 23 हो गई है। चिंता की बात यह है कि इनमें से आठ और सबसे पुराने संस्थानों में शिक्षकों की कमी चल रही है। उन्होंने आगे कहा, अगर इन संस्थानों में यह हाल है तो सोचिए नए IITs क्या हाल होगा।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से जारी डाटा के मुताबिक, आईआईटी खड़कपुर में शिक्षकों के 46 पद खाली पड़े हैं, जबकि आईआईटी रुड़की, आईआईटी कानपुर, आईआईटी दिल्ली, आईआईटी मद्रास, आईआईटी बांबे, आईआईटी गुवाहाटी में क्रमश: 42, 37, 29, 28, 27 और 25 प्रतिशत शिक्षकों के पद खाली पड़े हैं।