नई दिल्ली। आजकल अपने बिजनेस को चलाने के लिए सभी अपना एप लांच कर रहे हैं। इसलिए आज मोबाइल एप्लीकेशन डेवलपमेंट में फुल टाइम जॉब्स के अलावा पार्ट टाइम और फ्रिलांसिंग के काफी नए मौके बन रहे हैं। इसके लिए आप अपनी कुछ स्किल्स को डेवलप करके एप्लीकेशन डेवलपमेंट फील्ड में अच्छा कॅरियर बना सकते हैं। एप डेवलपर बनने के लिए जरूरी है ये बातें इसके लिए आपको टेक्नोलॉजी फ्रेंडली होना जरूरी है। साथ बिजनेस माइंडेड और तेजी से बदल रहे मार्केट की जरूरतें समझना भी जरूरी है। इनोवेटिव आइडियाज होना भी जरूरी है। ऐसे बन सकते हैं एप डेवलपर इसके लिए आपको मोबाइल एप्लीकेशन डेवलपमेंट का सर्टिफिकेट कोर्स करना होगा। ये कोर्स 3 माह से लेकर 1 साल तक के होते हैं तथा इंस्टीट्यूटस इन्हें करवा रहे हैं। गूगल दे रहा खूब मौके इस समय सबसे ज्यादा एप्स गूगल के एंड्रॉय ओएस पर चलते हैं। इसलिए जॉब्स के मौके भी एंड्रॉयड में ही है। आपको बता दें कि इसके लिए गूगल भी कोर्स ऑफर कर रहा है। एंड्रॉयड डेवलपर बनने के लिए इस कोर्स की फीस सिर्फ 1200 रूपए सालाना है। यह फीस जमा करके आप गूगल प्ले स्टोर के माध्यम से एंड्रॉयड डेवलपमेंट की ऑनलाइन पढ़ाई कर सकते हैं। इनके अलावा आप इन वेबसाइट्स पर भी ऑनलाइन ही एंड्रॉयड डेवलपिंग का काम सीख सकते हैं। ऐसी जगह लें एक्सपीरियंस सर्टिफिकेट कोर्स करने के बाद किसी कंपनी में इंटर्नशिप करके एक्सपीरियंस ले सकते हैं। स्टार्टअप्स खासतौर पर एक्सपीरियंस लेने के लिए बड़ा प्लेटफॉर्म बन चुके हैं। 70 फीसदी स्टार्टअप्स वेबसाइट, एप बेस्ड हैं और यहां आपके लिए सीखने के अच्छे मौके हैं। कोई भी कर सकता है कोर्स मोबाइल एप्लीकेशन डेवलपर बनने के लिए एजुकेशनल बैकग्राउंड मायने नहीं रखता। यदि ग्रैजुएट स्टूडेंट्स भी यदि टेक्नोलॉजी फ्रेंडली हैं तो कोडिंग सीख सकते हैं। इतनी होती है कमाई एप डेवलपमेंट का काम सीखने के बाद आप फ्रीलांसिंग भी कर सकते हैं साथ ही नेटवर्क बनाकर एप बेच भी सकते हैं। किसी स्टार्टअप या एप बनाने वाली कंपनी में जॉब कर सकते हैं। इस फील्ड में शुरूआती तौर पर 15 से 20 हजार रूपए तक इनकम होती है।