ऐसे स्टूडेंट्स कर सकते है फैशन डिजाइनिंग
– फैशन डिजाइनिंग कोर्स करने वाले स्टूडेंट की पहली योग्यता उसमें क्रिएटिविटी का होना है। इसमें डिजाइनिंग करने वालों को रंगों और डिजाइन के साथ हमेशा कुछ न कुछ नया एक्सपेरिमेंट करना होता है।
– क्रिएटिविटी के साथ ही अच्छी कम्युनिकेशन स्किल भी डेवलप करनी होती है। इसके लिए फैशन जगत से रूबरू होना पड़ता है जिसके अनुसार फैशन डिजाइनर अपने डिजाइंस मार्केट में उतारता है।
ये है न्यूनतम योग्यता
मैथ्स, फिजिक्स और केमिस्ट्री में न्यूनतम 50 फीसदी अंकों के साथ 12वीं उतीर्ण स्टूडेंट किसी भी इंस्टीट्यूट से फैशन डिजाइनिंग में बैचलर डिग्री के लिए पात्र होते हैं। हालांकि कई प्रमुख संस्थानों में एडमिशन से पहले रिटन टेस्ट और इंटरव्यू भी देना होता है। इसके अलावा कई इंस्टीट्यूट आर्ट्स के स्टूडेंट्स को भी एडमिशन देते हैं।
ये हैं फैशन डिजाइनिंग के प्रमुख कोर्स
फैशन डिजाइनिंग में बैचलर ऑफ फैशन डिजाइनिंग, बीएससी-फैशन डिजाइनिंग, बैचलर ऑफ फैशन कम्युनिकेशन, डिप्लोमा इन फैशन डिजाइनिंग जैसे कोर्स किए जाते हैं। अलग-अलग इंस्टीट्यूट्स में अलग-अलग कोर्स कराए जा सकते हैं। इन कोर्सेज की अवधि भी अलग-अलग हो सकती है। इन कोर्सेज की अवधि एक साल से चार साल तक हो सकती है।
यहां से कर सकते हैं फैशन डिजाइनिंग कोर्स
— National Institute of Design (NID)
— National Institute of Fashion Technology (NIFT)
— Pearl Academy of Fashion (PAF)
— Symbiosis Centre of design (SID)
— Northern India Institute of Fashion Technology (NIIFT)
— SNDT Premlila Vithaldas Polytechnic