क्या है डाटा एनालिटिक्स?
आसान शब्दों में बात की जाए तो डाटा एनालिटिक्स का मतलब है आंकड़ों का विश्लेषण। किसी भी कंपनी के लिए यह ज़रूरी है कि कच्चे डाटा (Raw Data) को इकट्ठा करके तकनीकी प्रोसेस के द्वारा उस कच्चे डाटा को उपयोगी डाटा में बदला जाए, जिससे कंपनी के कार्यों के लिए आवश्यक सूचना और डाटा उपलब्ध हो सके। इसे ही डाटा एनालिटिक्स कहते हैं।
डाटा एनालिटिक्स क्यों है उपयोगी?
डाटा एनालिटिक्स के ज़रिए किसी भी कंपनी के लिए ज़रूरी डाटा का विश्लेषण किया जाता है। ऐसे में उस विश्लेषित डाटा का उपयोग कई ज़रूरी क्षेत्रों में किया जाता हैं। इससे कंपनी की बिक्री और लाभ में बढ़ोत्तरी होती हैं, क्लाइंट्स को ज़रूरी इन्फॉर्मेशन देने में आसानी होती हैं, मार्केट ट्रेंड समझने और इसे अपने व्यवसाय के लिए इस्तेमाल करने में मदद मिलती हैं। फाइनेंस, बैंकिंग, सेल्स, लॉजिस्टिक्स, शेयर मार्केट, ई-कॉमर्स, हेल्थकेयर, सप्लाई चेन और दूसरे कई क्षेत्रों में डाटा एनालिटिक्स बहुत ही उपयोगी है।
क्यों चुने डाटा एनालिटिक्स को करियर के तौर पर?
हर व्यवसाय में डाटा एनालिसिस की डिमांड होती है। और यह डिमांड समय के साथ और बढ़ने वाली है, क्योंकि डाटा एनालिसिस किसी भी व्यवसाय को नई ऊँचाइयों तक लेकर जा सकता है। ऐसे में इस क्षेत्र में करियर स्कोप बहुत ही ज़्यादा है और इसे चुनना आपके करियर के लिए वर्तमान परिवेश के साथ ही आने वाले समय के लिए भी बहुत ही फायदेमंद साबित हो सकता है।
डाटा एनालिटिक्स के लिए उपलब्ध कोर्सेज़ और अवधि
डाटा एनालिटिक्स के लिए देश में कई ऑनलाइन और ऑफलाइन कोर्सेज़ उपलब्ध हैं। देश की कई बड़ी यूनिवर्सिटी डाटा एनालिटिक्स के बेहतरीन कोर्सेज़ ऑफर करती हैं। इनमें पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा कोर्स के अंतर्गत ज़रुरत के अनुसार अलग-अलग ऑप्शंस होते हैं। इनकी अवधि कोर्स की ज़रुरत के मुताबिक होती हैं। सामान्यतया इनकी अवधि 6-12 महीने तक होती हैं, पर कुछ कोर्सेज़ 2-3 साल तक के भी होते हैं।