एक समय ऐसा था जब कुकिंग स्किल्स को कोई महत्व नहीं देता था। इस फील्ड में कॅरियर को भी अच्छा नहीं माना जाता था लेकिन पिछले कुछ सालों से कुकिंग का फील्ड तेजी से आगे बढ़ रहा है और यही वजह है कि आज के समय में शेफ किसी सेलेब्रिटी से कम नहीं हंै। दरअसल अब शेफ का रोल केवल किचन तक ही सीमित नहीं रह गया है बल्कि अब इनका काम टीवी प्रोग्राम्स को होस्ट करने से लेकर बुक्स राइटिंग तक बढ़ गया है। इस कॅरियर में शोहरत और पैसा, दोनों ही हैं परंतु इस फील्ड में तरक्की करना भी कोई आसान काम नहीं है। यानी शुरुआती दौर में आपको हार्ड वर्क करना होगा। इसके अलावा आपको मसालों की जानकारी भी होनी चाहिए ताकि कुकिंग में कुछ नया किया जा सके।
अपॉर्च्यूनिटी की कमी नहीं
ब्यूरो ऑफ लेबर स्टैटिसटिक्स के अनुसार, वर्ष 2016 तक शेफ और फूड प्रोफेशनल्स की नौकरियों की दर में 16 फीसदी का इजाफा होने की उम्मीद जताई जा रही है। इस फील्ड में कॅरियर सेट करने के लिए होटल, रेस्टोरेंट, एयर कैटरिंग यूनिट्स, फूड प्रोसेसिंग कंपनीज, क्रूज लाइनर और कॉरपोरेट कैटरिंग यूनिट्स में शेफ के लिए नई अपॉच्र्युनिटीज क्रिएट हो रही हैं। इसके अलावा सेल्फ एंप्लॉयमेंट का भी ऑप्शन है। लेकिन इससे पहले किसी होटल में काम करें ताकि अनुभव और नॉलेज मिल सके।
ब्यूरो ऑफ लेबर स्टैटिसटिक्स के अनुसार, वर्ष 2016 तक शेफ और फूड प्रोफेशनल्स की नौकरियों की दर में 16 फीसदी का इजाफा होने की उम्मीद जताई जा रही है। इस फील्ड में कॅरियर सेट करने के लिए होटल, रेस्टोरेंट, एयर कैटरिंग यूनिट्स, फूड प्रोसेसिंग कंपनीज, क्रूज लाइनर और कॉरपोरेट कैटरिंग यूनिट्स में शेफ के लिए नई अपॉच्र्युनिटीज क्रिएट हो रही हैं। इसके अलावा सेल्फ एंप्लॉयमेंट का भी ऑप्शन है। लेकिन इससे पहले किसी होटल में काम करें ताकि अनुभव और नॉलेज मिल सके।
फूड स्टाइलिंग भी है विकल्प
शेफ के तौर पर फूड स्टाइलिंग में भी कॅरियर बनाया जा सकता है। एक फूड स्टाइलिस्ट खाने के आइटम को इस तरह से सजाते हैं कि उसे तुरंत टेस्ट करने का मन होता है। इस फील्ड में जाने के लिए अतिरिक्त योग्यता की आवश्यकता नहीं होती। इसमें क्रिएटिव क्राफ्टवर्क और विजुअलाइजेशन पावर का अच्छा होना जरूरी है। इसके अलावा आपके पास एस्थेटिक सेंस, सृजनात्मक विचार, तकनीकी ज्ञान, धैर्य और नेटवर्किंग का कौशल होना भी बहुत जरूरी है।
शेफ के तौर पर फूड स्टाइलिंग में भी कॅरियर बनाया जा सकता है। एक फूड स्टाइलिस्ट खाने के आइटम को इस तरह से सजाते हैं कि उसे तुरंत टेस्ट करने का मन होता है। इस फील्ड में जाने के लिए अतिरिक्त योग्यता की आवश्यकता नहीं होती। इसमें क्रिएटिव क्राफ्टवर्क और विजुअलाइजेशन पावर का अच्छा होना जरूरी है। इसके अलावा आपके पास एस्थेटिक सेंस, सृजनात्मक विचार, तकनीकी ज्ञान, धैर्य और नेटवर्किंग का कौशल होना भी बहुत जरूरी है।
जरूरी है हार्ड वर्क
हार्डवर्किंग से ही इस इंडस्ट्री में सफल हुआ जा सकता है। जब आप शेफ के तौर पर अपनाकॅरियर सेट करते हैं तो आपको अलग-अलग देशों के खाने का जायका पता होना चाहिए क्योंकि रोजाना नए-नए कस्टमर्स से मिलने का मौका मिलता है। ऐसे में उनको संतुष्ट करने के लिए कुछ नया प्रयोग करना होगा। इसी तरह शेफ का अच्छा लीडर होना भी जरूरी है क्योंकि कुकिंग मेें फूड की क्वालिटी कंट्रोल, फाइनेंस मैनेजमेंट, मेन्यू प्लानिंग, हायरिंग और टीम मैनेजमेंट का ध्यान रखना भी जरूरी है।
हार्डवर्किंग से ही इस इंडस्ट्री में सफल हुआ जा सकता है। जब आप शेफ के तौर पर अपनाकॅरियर सेट करते हैं तो आपको अलग-अलग देशों के खाने का जायका पता होना चाहिए क्योंकि रोजाना नए-नए कस्टमर्स से मिलने का मौका मिलता है। ऐसे में उनको संतुष्ट करने के लिए कुछ नया प्रयोग करना होगा। इसी तरह शेफ का अच्छा लीडर होना भी जरूरी है क्योंकि कुकिंग मेें फूड की क्वालिटी कंट्रोल, फाइनेंस मैनेजमेंट, मेन्यू प्लानिंग, हायरिंग और टीम मैनेजमेंट का ध्यान रखना भी जरूरी है।
रहें अपडेट
कुकिंग आज कोई डेली रूटीन या एक्टिविटी नहीं रह गई है। इसमें कई तरह के प्रयोग हो रहे हैं। ऐसे में आपको लगातार अपडेट रहने की जरूरत है। साथ ही जो भी नई-नई डिशेज मार्केट में आ रही हैं, उनके बारे में भी नॉलेज रखें ताकि कस्टमर्स को खुश किया जा सके। दरअसल अब लोगों के खाने का स्वाद बदल रहा है। अब इंडियन फूड्स के अलावा इंटरनेशनल फूड्स का क्रेज भी बढ़ा है। इससे पूरी हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री को फायदा मिला है। देखा जाए तो कस्टमर्स की नई डिमांड को एक प्रोफेशनल शेफ ही पूरा कर सकता है। एक शेफ के तौर पर आपको ग्राहक के टेस्ट के मुताबिक अलग-अलग तरह के खान-पान का प्लान करने का हुनर भी होना चाहिए। इसलिए एक शेफ के रूप में सफल होने के लिए चाइनीज, फ्रेंच, इटैलियन, कॉन्टिनेंटल मैक्सिकन जैसे तमाम कुजीन की जानकारी होना भी जरूरी है।
कुकिंग आज कोई डेली रूटीन या एक्टिविटी नहीं रह गई है। इसमें कई तरह के प्रयोग हो रहे हैं। ऐसे में आपको लगातार अपडेट रहने की जरूरत है। साथ ही जो भी नई-नई डिशेज मार्केट में आ रही हैं, उनके बारे में भी नॉलेज रखें ताकि कस्टमर्स को खुश किया जा सके। दरअसल अब लोगों के खाने का स्वाद बदल रहा है। अब इंडियन फूड्स के अलावा इंटरनेशनल फूड्स का क्रेज भी बढ़ा है। इससे पूरी हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री को फायदा मिला है। देखा जाए तो कस्टमर्स की नई डिमांड को एक प्रोफेशनल शेफ ही पूरा कर सकता है। एक शेफ के तौर पर आपको ग्राहक के टेस्ट के मुताबिक अलग-अलग तरह के खान-पान का प्लान करने का हुनर भी होना चाहिए। इसलिए एक शेफ के रूप में सफल होने के लिए चाइनीज, फ्रेंच, इटैलियन, कॉन्टिनेंटल मैक्सिकन जैसे तमाम कुजीन की जानकारी होना भी जरूरी है।
कहां से लें शिक्षा
प्रोफेशनल शेफ बनने के लिए कैटरिंग में होटल मैनजमेंट का कोर्स करना जरूरी है। देश के प्रमुख संस्थान इस प्रकार हैं-
प्रोफेशनल शेफ बनने के लिए कैटरिंग में होटल मैनजमेंट का कोर्स करना जरूरी है। देश के प्रमुख संस्थान इस प्रकार हैं-