यूपीटीयू ने खाली पड़ी सीटों को भरने के लिए स्पेशल कांउसलिंग बुधवार से शुरू कर दी है।
लखनऊ। यूपीटीयू (उत्तर प्रदेश टेक्निकल यूनिवर्सिटी) से संबंधित
इंजिनियरिंग कॉलेजों में दाखिला लने वाले स्टूडेंट्स के लिए एक और मौका उपलब्ध है,
यूपीटीयू ने खाली पड़ी सीटों को भरने के लिए स्पेशल कांउसलिंग बुधवार से शुरू कर
दी है।
यूपीटीयू की खाली पड़ी सवा लाख सीटों पर एडमिशन के लिए यूनिवर्सिटी
की स्पेशल काउंसलिंग बुधवार से शुरू हो गई। इसके तहत 5 व 6 अगस्त तक कैंडिडेट्स
वेरिफिकेशन सेंटर्स पर रजिस्ट्रेशन कराकर अपने डॉक्युमेंट्स वेरिफाई करा सकेंगे।
काउंसलिंग में यूपी स्टूडेंट इंजिनियरिंग एंट्रेंस क्वॉलिफाई करने वाले सभी
कैंडिडेट्स शामिल हो सकेंगे। यूनिवर्सिटी सीटों का अलॉटमेंट 10 अगस्त को
करेगी।
तीन बार काउंसलिंग होने के बाद भी निजी इंजिनियरिंग कॉलेजों की सवा
लाख सीटें खाली हैं। इनमें बीटेक, एमबीए की स्थिति और भी खराब है। बीटेक की करीब 90
हजार सीटों पर एडमिशन नहीं हो पाए हैं। वहीं, एमबीए की 41 हजार सीटों में तीन-चौथाई
से ज्यादा सीटों पर एडमिशन के लिए कैंडिडेट्स ही नहीं मिले। बीफार्मा, बीआर्क,
होटेल मैनेजमेंट सहित दूसरे कोसोंü की भी यही स्थिति है।
यूनिवर्सिटी के
ऎडमिशन कोऑर्डिनेटर प्रो. जगबीर सिंह के मुताविक, वेरिफिकेशन सेंटर्स पर
डॉक्युमेंट्स वेरिफाई कराने के बाद 8 अगस्त को खाली सीटों का ब्योरा ऑनलाइन कर दिया
जाएगा। यूनिवर्सिटी 8 और 9 अगस्त को चॉइस लॉकिंग की प्रक्रिया करेगी। खाली सीटों के
हिसाब से कैंडिडेट्स अपनी चॉइस लॉक कर सकेंगे। चॉइस लॉकिंग के बाद 10 अगस्त को
कैंडिडेट्स का अलॉटमेंट जारी किया जाएगा। अधिकारियों के मुताबिक तीन राउंड व जेईई
मेन की काउंसलिंग के बाद भी खाली सीटें नहीं भरी जा सकी हैं। ऎसे में स्पेशल
काउंसलिंग से भी सीटें भर पाना मुश्किल ही है। इसके लिए यूनिवर्सिटी डायरेक्ट
एडमिशन का भी ऑप्शन शुरू कर सकती है। इसमें कॉलेज अपने स्तर से एडमिशन ले सकेंगे।