बताया जाता है कि ग्राम पंचायत जरहर के भेड़ा फार्म के चकचोइया मे अस्थाई गौशाला बनाकर गोवंश को रखा गया था। इन गोवंशों को दो ट्रकों मे भरकर शुक्रवार की शाम को जरहर लाया गया था। जबकि दो अन्य ट्रकों से गोवंशों को शनिवार की शाम को लाया गया। हैरानी की बात ये रही कि शुक्रवार से ही गाड़ियों में लदे गोवंशों को गाडी़ से ही नहीं उतारा गया। बताया जा रहा है कि चारा पानी के अभाव में पशुओं ने दम तोड़ दिया। । इस दौरान एडीओ पंचायत सौरभ शनिवार की शाम तक गाडि़यो में लदे जिंदा और मृत 50 से अधिक पशुओं को सफाई कर्मियों को लगाकर निकालते रहे । पशुपालन विभाग के द्वारा मृत पशुओं को जंगल में दफनाया गया है तो कुछ पशुओं को फेंक दिया गया । काफी दुर्गंध आ रही है जिसके कारण बीमारियां भी फैलेने का खतरा है। बताया जा रहा है कि चार वाहनों में 200 से अधिक गोवंश लादे गये थे।