सोनभद्र में नक्सलियों की आहट के बाद मांची व रायपुर थाने की पुलिस ने संयुक्त रूप से कॉम्बिंग की और जंगल में आने जाने वालों व वहां से सटे इलाकों में पूछताछ भी की। इसके पहले बुधवार को चंदौली में बिहार से सटे जंगल में नक्सली देखे जाने के बादएडिशनल एसपी नक्सल वीरेन्द्र यादव ने जंगल में कॉम्बिंग अभियान चलायी। इलाके में संदिग्ध लोगों के आने के बारे में गहन पूछताछ की गयी। बताया गया कि वन विभाग की ओर से जंगलों में कराए जा रहे अग्रिम मृदा कार्यों की निगरानी कर रहे वाचरों ने मंगलवार को तो जंगल में जाने से ही मना कर दिया था। कहा असलहे से लैस हथियारबंद मुंह बांधे लोगों ने गांव के दो लोगों को बुरी तरह से पीटा था और लकड़ी बीनने गयी महिलाओं के साथ भी समूह की महिलाओं ने मारपीट भी की थी। गतिविधियों की जानकारी पुलिस को देने पर अंजाम बुरा होने की चेतावनी भी दी थी।
सोनभद्र के सोनबरसा और चंदौली के चकर्घट्टा थानाक्षेत्र के गहिला के जंगलेां में नक्सलियों की चहलकदमी की सूचना से इलाके में दहशत है। जानकारी और पूछताछ करने पर कोई कुछ भी बोलने से डर रहा है। नौगढ़ क्षेत्र में नक्सलियों के आते रहने और खाना खाने की सूचना के बाद सीआरपीएफ 148 बटालियन कमांडर राजीव कुमार चौधरी और एडिशनल एसपी नक्सल वीरेन्द्र यादव खुद निकले और कांबिंग का नेतृतव करते हुए पेदल चलकर पहाड़ियों पर सर्च ऑपरेशन चलाया। सूरज ढलने तक कांबिंग कर गयी थी।
चंदौली में बन रहा है सीआरपीएफ सेंटर चंदौली जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र नौगढ़ और बिहार से सटी नक्सली बेल्ट को देखते हुए केन्द्र सरकार चंदौली के चकिया से सटे एक सीआरपीएफ सेंटर बना रही है। इससे यहां सीआरपीएफ जवानों की मुकम्मल मौजूदगी रहेगी। ट्रेनिंग सेंटर भी होने से यहां सीआरपीएफ के जवानों को प्रशिक्षित भी किया जाएगा। माना जा रहा है कि इस सेंटर के खुल जाने के बाद इलाके में नक्सल समस्या से बहुत हद तक निजाम मिल जाएगी।
By Santosh jaiswal