शनिवार को किसान कुम्भ महाअभियान कार्यक्रम के दौरान भाजपा महासचिव पंकज सिंह की मौजूदगी में बसपा सुप्रीमो मायावती को लेकर आपत्तिनक और अमर्यादित टिप्पणी कर डाली। उन्होंने मायावती को किन्नर से भी बद्तर तक कह डाला, जिसके बाद यह बयान मीडिया की सुर्खियां बन गया। रविवार को उनके बयान को लेकर सपा और बसप दोनों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। महिला आयोग ने भी इसका संज्ञान लिया और नोटिस भेजने की बात कही है।
बयान पर बवाल के बाद साधना सिंह खामोश हो गयीं और न तो उनका मोबाइल उठा और न ही किसी तरह की सफाई आयी। पर रविवार की शाम होते-होते सोशल मीडिया पर उनका एक कथित पत्र वायरल होने लगा जिसमें लिखा है…
‘विगत मेरे द्वारा दिये गए भाषण के दौरान मेरी मंशा किसी को अपमानित करने की नहीं थी, बल्कि मेरी मंशा सिर्फ और सिर्फ यही थी कि विगत 2 जून 1995 को गेस्ट हाउस कांड में भाजपा ने जो मायावती जी की मदद की थी उस सिर्फ याद दिलाना था न कि उनका अपमान करना था। यदि मेरे शब्दों से किसी केा कष्ट हुआ है तो मैं खेद प्रकट करती हूं।’
By Santosh Jaiswal