sadhana singh Upset” src=”https://new-img.patrika.com/upload/2018/09/11/chn_mla_sadhana_singh_upset_1_3397194-m.jpg”>समीक्षा बैठक में नाराज विधायक को मनाते प्रभारी मंत्री जय प्रकाश निषाद IMAGE CREDIT: Patrika यूपी के चंदौली जिले में आगामी 13 सितम्बर को योगी आदित्यनाथ का दौरा प्रस्तावित है। मुख्यमंत्री का प्रोटोकॉल भी आ चुका है। उसके पहले जिले में सीएम के आगमन को लेकर तैयारियां शुरू हो गयी हैं। इसी सिलसिले में जिले के प्रभारी मंत्री जय प्रकाश निषाद अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक ले रहे थे। कलेक्ट्रेट सभागार में हुई इस बैठक में मुगलसराय भाजपा विधायक साधना सिंह, चकिया से बीजेपी विधायक शारदा प्रसाद और भाजपा जिलाध्यक्ष के साथ ही डीएम और एसपी समेत तमाम विभागों के अधिकारी मौजूद थे। मंत्री जी जिले में विकास कार्यों और मुख्यमंत्री के आगमन की तैयारियों की समीक्षा कर ही रहे थे कि तभी विधायक का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। वह सीधे मंत्री जी से ही खफा हो गयीं। भरी मीटिंग में उनपर ही बिफर पड़ीं।
बैठक के दौरान गुस्से में विधायक साधना सिंह ने प्रभारी मंत्री जय प्रकाश निषाद से यहां तक कह दिया कि जब जनप्रतिनिधियों का उपहास ही करना है तो हमें समीक्षा बैठकों में बुलाते क्यों हैं। ऐलान कर दिया कि आज के बाद वह मंत्री जी की किसी भी बैठक में शामिल नहीं होंगी। इस दौरान मंत्री जी उन्हें मनाने की कोशिश करते रहे पर वह बार-बार यही दोहराती रहीं। उनका गुस्सा देखकर मंत्री जी भी घबरा गए। जिला पंचायत राज अधिकारी तो हाथ जोड़कर ही विधायक के सामने खड़े हो गए। विधायक साधना सिंह के गुस्से से घबराए प्रभारी मंत्री ने जिला पंचायत राज अधिकारी को खूब फटकार लगायी और डीएम को आदेश भी उस बात के लिये निर्देशित किया जिसके लिये विधायक नाराज थीं।
विधायक की नाराजगी की ये थी वजह विधायक साधना सिंह की नाराजगी की वजह जिले के जिला पंचायत राज अधिकारी (DPRO) कार्यालय का एक सफाई कर्मी सत्येन्द्र था। उनका दावा है कि वह वह सफाईकर्मी ही डीपीआरओ कार्यालय चला रहा है। बाकायदा वहीं से सफाईकर्मियों का ट्रांसफर और पोस्टिंग भी करवाता है। विधायक ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से मुलाकात कर भी की थी। उनके मुताबिक मुख्यमंत्री ने पूरे मामले की जांच की कार्यवाही का आदेश भी दिया था। विधायक का आरोप था कि मुख्यमंत्री ने मामले में जांच का आदेश दिया था। बावजूद इसके जांच के आदेश को विभाग द्वारा दबा दिया गया। इसी बात पर वह नाराज हो थीं।
प्रभारी मंत्री ने स्थिति को ऐसे संभाला इस घटना के बाद प्रभारी मंत्री ने किसी तरह स्थिति को संभाला। विधायक की नाराजगी के बाद तो प्रभारी मंत्री ने किसी तरह मामला संभाला उन्होंने जिला पंचायतराज अधिकारी को खूब लताड़ लगायी। जिलाधिकारी को भी प्रभारी मंत्री ने निर्देशित किया कि इस मामले में कार्रवाई करा कर तत्काल विधायक जी को सूचित किया जाए। इतना ही नहीं प्रभारी मंत्री ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि जनप्रतिनिधि जब कोई शिकायत या आपत्ति दर्ज कराएं या कोई पत्र लिखें तो उसका समय से समुचित जवाब दिया जाना चाहिए।
By Santosh jaiswal