ये है पूरी घटना
चंदौली कोतवाली क्षेत्र के बिछिया कला गांव निवासी नंदलाल जायसवाल का 20 साल का पुत्र सिद्घार्थ जायसवाल पिछले दो दिनों से लापता था। गुरुवार काे उसके परिजनों ने कोतवाली पहुंचकर पुलिस को बेटे की गुमशुदगी के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उन्हें बेटे के बदले 20 लाख रुपये फिरौती मांगी गई है। पुलिस हरकत में आ गई और मामले की तह तक जाने में जुट गई। इस दौरान पुलिस सिद्घार्थ की आखिरी लोकेशन और फोन लोकेशन ट्रेस करने में जुट गई।
ऐस खुला मामला
पुलिस ने जब सिद्घार्थ का मोबाइल सर्विलांस पर लगाया तो उसकी आखिरी लोकेशन दो दिन पहले बिछियां गांव में मिली। पुलिस ने मृतक के दोस्तों से भी पूछताछ शुरू कर दी। बिछिया में सिद्घार्थ के के दोस्त दो ममेरे भाई अमित और कन्हैया हैं। अमित का घर सिद्घार्थ के घर के ठीक सामने है। पुलिस ने जब उनसे कड़ाई से पूछताछ की तो दोनों टूट गए और अपने अपराध की पूरी कहानी पुलिस के सामने सुना दी। पुलिस ने आरोपियों की निदशानदेही पर दोस्त के घर में गाड़ी गई सिद्घार्थ की लाश बरामद कर ली।
दोस्तों ने बताया कैसे मारा सिद्घार्थ को
पुलिस की पूछताछ में हत्यारोपी दोस्तों ने बताय कि दो दिन पूर्व तीनों गांव में आरोपियों के घर इकट्ठा हुए और पार्टी की। पार्टी में खूब शराब पी गई। जिसके बाद किसी बात को लेकर उनमें कहासुनी हुई। इस दौरान बात इतनी बढ़ गई कि मामला मारपीट तक पहुंच गया। दोनों दोस्तों अमित और कन्हैया ने सिद्घार्थ के साथ मारपीट की। हाथापाईं में सिद्घार्थ ने अमित के सीने पर काटा भी। दोनों आरोपियों को हाथापाईं के दौरान चोटें भी आयी थीं। हत्या के बाद आरोपियों ने शव को घर में ही दफना दिया।
अपराध को अवसर बनाने का प्लान
अपने अपराध के बाद दोनों ने उसे अवसर में बदलने का प्लान बना लिया। मामले को अपहरण का मोड़ देने के लिए दोनों आरोपियों ने सिद्धार्थ के मोबाइल से परिजनों को ह्त्या के अगले दिन फोन कर 20 लाख रुपये की फिरौती मांगी। पुलिस अधीक्षक हेमंत कुटियाल ने बताया की आरोपी अमित बीटीसी का छात्र है और उसके पिता प्रतापगढ़ में कनिष्क लिपिक के पद पर तैनात हैं। यही नहीं अमित पिछले कुछ समय से ऑनलाइन फ्रॉड भी कर रहा था। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनकी निशानदेही पर मृतक का शव बरामद कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।
By Santosh Jaiswal