10 जुलाई 1951 को चंदौली जिले के भभौरा गांव में किसान परिवार के घर जन्मे राजनाथ ने गोरखपुर विश्वविद्यालय से भौतिकी विषय में प्रोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की। उसके बाद 1971 में केबी डिग्री कॉलेज में वह प्रोफेसर नियुक्त किए गए। इमरजेंसी के दौरान कई महीनों तक जेल में बंद रहने वाले राजनाथ सिंह को 1975 में जन संघ ने मिर्जापुर जिले का अध्यक्ष बनाया। 1977 में जनता लहर में वह भी मिर्जापुर से विधायक बन गए। यूपी में शिक्षामंत्री और मुख्यमंत्री रहकर भी उन्होने काफी बड़ा मुकाम हासिल किया। बाजपेयी की अगुवाई वाली एनडीए की सरकार बनी तब राजनाथ सिंह को कृषि मंत्री बनाया गया था राजनाथ सिंह दो बार भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे। अटल आडवाणी के बेहद करीबीयों में गिने जाने वाले राजनाथ राजनाथ ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहते आडवाणी की नाराजगी के बाद 2013 में प्रधानमंत्री के पद के लिए नरेन्द्र मोदी के नाम पर मुहर लगाई थी। 2014 वाली मोदी सरकार में उन्हे गृहमंत्रालय का जिम्मा मिला था। इस बार उन्हे रक्षा मंत्री बनाया गया है।
आरएसएस से गहरा नाता बीजेपी के मातृ संगठन के रूप में मशहूर आरएसएस से राजनाथ की करीबी जगजाहिर है. आरएसएस के साथ उनके बेहतर रिश्ते का अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि आडवाणी के जिन्ना प्रकरण के बाद संघ ने राजनाथ को ही पार्टी के अध्यक्ष के रूप में जिम्मेदारी सौंपी थी। राजनाथ की हमेशा से ही जनसंघ फिर आरएसएस से नाता रहा। समय-समय पर राजनाथ को इसका फायदा मिलता रहा। लेकिन राजनीति में राजनाथ के हर किसी से रिश्ते भी काफी अच्छे रहे जिसका लाभ भी उन्हे खूब मिला। कहा जाता है कि अटल जी के बाद भाजपा में राजनाथ ऐसे नेता हैं जिनकी किसी भी दल से खासा सम्मान रहता है।