इस स्मारक के निर्माण में तकरीबन 1.6 साल का समय लगा। इस स्मारक स्थल में कांस्य की बनी पंडित दीन दयाल की प्रतिमा के साथ ही ओपेन थिएटर व कुंड आदि है।
ये हैं भारत की ऊंची प्रतिमायें
ये हैं भारत की ऊंची प्रतिमायें
1-स्टैच्यू आफ यूनिटी लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की सबसे ऊंची और बड़ी मूर्ति ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ गुजरात के अहमदाबाद में है। नर्मदा नदी के तट पर बनी इस प्रतिमा की ऊंचाई 182 मीटर यानी 597 फीट है। इस मूर्ति को बनाने में करीब 42 महीने का समय लगा था। इसे 7 किलोमीटर की दूरी से भी देखा जा सकता है. बता दें कि ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ ऊंचाई में अमेरिका के ‘स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी’ (93 मीटर) से दोगुना है। इस मूर्ति के निर्माण में भारतीय मजदूरों के साथ 200 चीन के कर्मचारियों ने भी हाथ बंटाया था। 5700 मीट्रिक टन स्ट्रक्चरल स्टील और 18500 मीट्रिक टन रिइनफोर्समेंट बार्स से बनी इस मूर्ति में लेजर लाइटें लगी हुई हैं।
2- वीर अभय अंजनेया स्वामी आंध्रप्रदेश वीर अभय अंजनेया नाम की विशाल प्रतिमा आंध्रप्रदेश के विजयवाड़ा में है। यह प्रतिमा राम भक्त हनुमान जी की है। इसकी ऊंचाई 153 फिट है। इसकी स्थापना 22 जून 2003 को हुई थी। अब ये प्रतिमा देश की सबसे दूसरी सबसे ऊंची प्रतिमा में शुमार है।
3-पद्मसंभव की प्रतिमा हिमांचल प्रदेश में आठवीं सदी में बौद्द धर्म को भूटान व तिब्बत ले जाने वाले साधु पुरूष पद्मसंभव की प्रतिमा हिमांचल प्रदेश के मंडी में स्थित है। रेवालसर झील के किनारे बनी इस प्रतिमा की ऊंचाई 123 फीट है।