दरअसल, सोमवार को जंगल मे बकरी चराने गए चरवाहों ने तेंदुए की दहाड़ सुनी इस दौरान तेंदुआ भी चरवाहों को दिख गया । तेंदुआ झाड़ियों के बीच बैठा हुआ था । चरवाहों के जरिये तेंदुए के आने की सूचना ग्रामीणों को मिली । तेंदुए की दहाड़ गांव में आ रही है । जिसके कारण ग्रामीणों में दहशत फैल गयी है और आधा गांव खाली हो गया है । गांव के ग्रामीण आसपास के गांवों में शरण ले रहे है ।
तेंदुआ के आने की सूचना पर कैमूर वन्य जीव प्रभाग के उप प्रभागीय वन अधिकारी पंकज कुमार शुक्ला तथा वन क्षेत्राधिकारी सुकृत आरती श्रीवास्तव भी देर शाम तक धौठवां गांव के पास मौजूद रहे । सहायक वन संरक्षक कुंज मोहन वर्मा ने बताया की वन्यजीवों के वास स्थल के प्रभावित क्षेत्र में 06 वर्ष का तेंदुआ घायल अवस्था में बैठा हुआ है । जिसे पकड़ने हेतु पिंजरा लगाया गया है और निगरानी हेतु वन क्षेत्राधिकारी और वन दरोगा वन रक्षकों की ड्यूटी भी लगाई गई है ।
DFO चंदौली मनोज खरे ने बताया कि तेंदुआ बीमार लग रहा है और ज्यादा चल फिर नही रहा है । वह विभाग की टीम तेंदुए पर लगातार नजर रखे हुए है । ताकि कोई अप्रिय घटना न होने पाए । मामले की सूचना चीफ वनाधिकारी और उच्चाधिकारियों को दे दी गयी है और ट्रेंकुलाइजर गन के जरिये तेंदुए को पकड़ने की योजना है । ताकि तेंदुए का जू ले जाकर इलाज कराया जा सके ।
BY- Santosh Jaiswal