किसी एजेंसी के जरिये कमाने जा रहे हैं विदेश तो हो जाएं सतर्क।
विदेश भेजने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का खुलासा
फर्जी पासपोर्ट-वीजा और दस्तावेज के जरिये करते थे ठगी।
पुलिस ने गिरोह के दो सदस्यों को किया गिरफ्तार।
मुगलसराय कोतवाली पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी
पड़ाव इलाके में छापा मारकर किया गिरोह का खुलासा
फर्जी कागजाद वीजा-पासपोर्ट और विदेश का टिकट बरामद
पुलिस गिरोह के एक और सदस्य की तलाश में जुटी
फर्जी पासपोर्ट
चंदौली . यूपी के चंदौली जिले में पुलिस ने कबूतरबाजी के मामले का खुलासा किया है। फर्जी पासपोर्ट-वीजा और दस्तावेज बनाकर विदेश भेजने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का खुलासा करते हुए पुलिस ने इसमें लिप्त दो लोगों को गिरफ्तार भी किया है। उनसे पूछताछ के बाद जो पूरी जानकारी सामने आयी है उसके आधार पर अब गिरोह के दूसरे सदस्यों की गिरफ्तारी के लिये कवायद शुरू कर दी गयी है। इनके पास से बड़ी मात्रा में फर्जी दस्तावेज और कम्प्यूटर आदि उपकरण भी बरामद किये गए हैं।
सीओ सदर का दावा है कि उन्ह्रें मुखबिर से मुगलसराय कोतवाली अन्तर्गत पड़ाव इलाके में फर्जी दस्तावेज बनाकर लोगों के विदेश भेजने के नाम पर ठगी करने वाले गैंग के सक्रिय होने की सूचना मिली थी। इसी दौरान आजमगढ़ जिले के महाराजगंज थानाक्षेत्र निवासी माता प्रसाद ने भी एसपी को तहरीर दी, जिसकी जांच उन्हें सौंपी गयी। माता प्रसाद का आरोप था कि उनसे विदेश भेजने के नाम पर पैसे लिये गए और फर्जी वीजा और पासपोर्ट बनाकर विदेश भेजने के नाम पर ठग लिया गया। जांच के बाद पुलिस टीम ने घेरेबंदी कर दो आरोपियों को धर दबोचा और उनकी निशानदेही पर 38 पासपोर्ट, प्रिंटर, कम्प्यूटर, फर्जी वीजा और बड़े पैमाने पर फर्जी टिकट बरामद किये।
पुलिस के मुताबिक पकड़ेा गया एक आरोपी रामचन्द्र साहनी सारनाथ वाराणसी का रहने वाला है, जबकि दूसरा धनंजय यादव गाजीपुर का। दोनों पड़ाव के पास किराए की दुकान में ठगी का धंधा चलाते थे। इनके कब्जे से 38 फर्जी पासपोर्ट, आठ फर्जी विदेश जाने के टिकट, सऊदी अरब, मलेशिया और श्रीलंका से संबंधित 14 वीजा बरामद किये गए हैं। पुलिस के मुताबिक यह गिरोह नया गिरोह है और एक साल से सक्रिय है। पहले जो वहां ये काम करते थे उनकी मौत हो चुकी है और इन आरोपियों ने उन्हीं से यह काम सीखा। अब भी गिरोह का एक सदस्य फरार बताया गया है।