हावड़ा-नई दिल्ली रेल रूट पर एशिया का सबसे बड़ा रेलवे यार्ड पीडीडीयू जंक्शन करीब साढ़े 12 किलोमीटर में फैला हुआ है। रोजाना यहां से सैकड़ों मालगाड़ियों और ट्रेनों का आवागमन होता है। इतना बड़ा यार्ड होने के चलते कोयला चोरी समेत आपराधिक गतिविधियां रोकना रेलवे सुरक्षा बलों के सामने हमेशा बड़ी चुनौती रही है। कोयला चोरी के मामले सबसे अधिक होते हैं और इसमें महिलाएं व बच्चे भी शामिल होते हैं। कई बार कोयला चोरी के दौरान इनकी मौत भी हो जाती है।
अब यार्ड के इन अपराधों पर अंकुश लगाने के लिये आरपीएफ की विशेष महिला टीम ‘मेरी सहेली’ को लगाया गया है। एसआई अर्चना कुमारी मीना, सिपाही स्नेहलता, मोनिका पद्दम समेत महिला टीम शिफ्टवार यार्ड में गश्त कर रही हैं। इनका काम यार्ड में अपनी जान जोखिम में डालकर चलती गाड़ी कोयला उतारने वालों पर लगाम लगाएंगी। ये भी समझाएंगी कि ये सब उनके लिये कितना खतरनाक हो सकता है। न मानने वालों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इसके अलावा यार्ड परिसर में फालतू टहलने, रेल पटरियों को पार करने, गाड़ी धीमी होने पर चलती गाड़ी से उतरने वालों पर भी लगाम लगाएंगी। उन्हें जागरूक किया जाएगा। मेरी सहेली टीम को रेलवे प्लेटफाॅर्म पर भी लोगों को सुरक्षा व नियमों के बारे में जरगरूक करने का जिम्मा दिया गया है।
पीडीडीयू रेल मंडल के वरीय मंडल सुरक्षा आयुक्त आशीष मिश्रा ने बताया कि महिला टीम को गया और पीडीडीयू में तैनात किया गया है। ये यात्री सुरक्षा में सक्रिय भूमिका निभाने के सथ ही यार्ड की पेट्रोलिंग भी कर रही हैं।