चंदौली

सपा-बसपा गठबंधन के बाद शिवपाल की पहली रैली, सपा के गढ़ में उमड़ी इतनी भीड़

समाजवादी पार्टी के गढ़ चंदौली के सकलडीहा में हो रही है शिवपाल सिंह यादव की पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लेाहिया की मंडल स्तरीय रैली।

चंदौलीJan 16, 2019 / 02:21 pm

रफतउद्दीन फरीद

शिवपाल सिंह यादव

चंदौली. समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन के बाद शिवपाल सिंह यादव अब एक्टिव मोड में आ गए हैं। बुधवार को वह सपा का गढ़ कहे जाने वाले चंदौली के सकलडीहा क्षेत्र में पहुंचे हैं। सकलडीहा से वर्तमान समय में विधायक भी समाजवादी पार्टी के ही हैं। शिवपाल सिंह यादव ने गठबंधन के बाद सकलडीहा में वाराणसी मंडल की पहली रैली रखी है। यह रैली बहुजन मुक्ति मोर्चा के साथ संयुक्त रूप से है। इस रैली में शिवपाल दर्जनों गाड़ियों के लम्बे चौड़े काफिले के साथ पहुंचे। बनारस से निकलते ही उनके काफिले में जहां तीन दर्जन गाड़ियां थीं वहीं मुगलसराय और चंदौली पहुंचते-पहुंचते इनकी तादाद कई गुनी हो गयी।
 

शिवपाल यादव का काफिला जब सकलडीहा इंटर कॉलेज के मैदान में पहुंचे तो उन्हें सुनने के लिये वहां 10 हजार से ज्यादा पार्टी नेता, कार्यकर्ता व लोग मौजूद थे। मंच पर पहुंचते ही शिवपाल सिंह यादव जिंदाबाद के नारों से पूरा मैदान गूंज उठा। इस रैली को शिवपाल के अलावा बीएन मतांग भी संबोधित करेंगे। शिवपाल सिंह यादव की चंदौली में यह पहली जनसभा है। यह जनसभा जिस सकलडीहा क्षेत्र में हो रही है, ऐसा माना जाता है कि वह समाजवादी पार्टी में शिवपाल यादव का गढ़ था। यही वजह है कि इसी क्षेत्र में शिवपाल की जनसभा रखी गयी है। सकलडीहा के वर्तमान विधायक प्रभुनारायण यादव की भी तब शिवपाल से नजदीकी अधिक थी जब वह समाजवादी पार्टी में थे।
 

हालांकि मुलायम परिवार में मनमुटाव होते ही प्रभुनारायण यादव अखिलेश के खेमे में जा मिले और उन्हें 2017 में विधानसभा चुनाव के लिये टिकट मिला। वह वर्तमान में सपा से विधायक हैं। शिवपाल यादव ने चंदौली में पूर्व सपा सांसद रामकिशुन के बेहद करीबी कहे जाने वाले सपा छोड़कर आए नेता पारसनाथ यादव को जिलाध्यक्ष बनाया है। अब उनकी निगाह सपा से उपेक्षित और नाराज नेताओं, कार्यकर्ताओं पर है।
By Santosh jaiswal
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