बुधवार को समाजवादी पार्टी के नियामताबाद ब्लॉक प्रमुख महेंद्र पासवान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर मतदान होना था। जिसके मद्देनजर नियामताबाद ब्लॉक परिसर में सुरक्षा व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त की गई थी । दोपहर करीब 1 बजे आधा दर्जन गाड़ियों में सवार क्षेत्र पंचायत सदस्य ब्लॉक परिसर पहुंचे। जहां पर गहन चेकिंग के बाद सभी क्षेत्र पंचायत सदस्यों को सभागार में भेजा गया। जिसके बाद अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू हुई थी की इसी बीच वर्तमान प्रमुख महेंद्र पासवान बैठक में पहुंचे। तभी किसी बात को लेकर विवाद हो गया और क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने मतदान का बहिष्कार कर ब्लॉक परिसर में जमकर हंगामा किया।
क्षेत्र पंचायत सदस्यों का आरोप था की वर्तमान प्रमुख ने कई सदस्यों का अपहरण करवा लिया है। नाराज क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने अलीनगर थाने पहुंच कर प्रमुख के खिलाफ जमकर नारे बाजी की और थाना परिसर में धरने पर बैठ गए। जिस पर पुलिसकर्मियों ने उनको समझा कर शांत कराया। वहीं दूरी ओर 71 क्षेत्र पंचायत सदस्यों में से महज 69 सदस्य ही ब्लॉक पर पहुंच सके थे। जिसके बाद 3:30 तक मतदान ना होने के कारण पीठासीन अधिकारी ने वर्तमान समाजवादी पार्टी के ब्लॉक प्रमुख महेंद्र पासवान को बहाल घोषित कर दिया और अविश्वास प्रस्ताव की पूरी रिपोर्ट सक्षम अधिकारियों के साथ ही शासन को भी भेज दिया ।
गौरतलब यह है कि यह अविश्वास प्रस्ताव बीजेपी के समर्थित उमाशंकर के नेतृत्व में 10 अक्टूबर को डीएम के समक्ष प्रस्तुत किया गया था। जिसके बाद जिलाधिकारी ने 6 दिसम्बर को मतदान की तिथि निर्धारत की थी।