बतादें कि 25 मई की रात को कंदवा थाने पर तैनात दारोगा हरेंद्र यादव, डायल 100 के सिपाही दुर्गेश प्रजापति व होमगार्ड उपेंद्र राय निगरानी में तैनात थे। बालू से लदी हुई ट्रक चंदौली के लिए जा रही थी। ओवरलोड मिलने पर दरोगा और सिपाही ने एक हजार रूपये का चालान काटा। जबकि कम का चालान काटने के नाम पर उन्हे एक हजार रूपये की रिश्वत ले लिया। शिकायत मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक ने सीओ को जांच का आदेश देकर रिपोर्ट मांगा लिया। सीओ की जांच में मामला सही पाये जाने के बाद पुलिस अधीक्षक संतोफ सिंह ने तीनों को निलंबित कर दिया। साथ ही उन्होने साफ कहा है कि ऐसे मामले पर किसी को बख्शा नहीं जायेगा।