मिर्जापुर जिले के डंवक निवासी मुर्तजा का पुत्र अलाउद्दीन (34) अपनी बाइक पर नई बस्ती सैदूपुर चकिया निवासी अपने मामा सर्फुद्दीन अली (52) को बैठाकर इफ्तार दावत के लिए सामान खरीदने मुग़लसराय गया था। वहां से सामान लेकर दोनो लौट रहे थे। दोपहर में 12 बजे वे चंदाइत गांव के पास पहुंचे थे कि सामने से तेज रफ्तार आ रही बाइक से दोनों की आमने सामने टक्कर हो गई। टक्कर लगते ही दोनों बाइकों पर सवार चार लोग सड़क पर गिरकर तड़पने लगे। दोनों बाइक चालकों ने हेलमेट पहन रखी थी लेकिन टक्कर इतनी जोरदार थी कि हेलमेट भी चकनाचूर हो गया।
मौके पर एकत्र लोगों की सूचना पर पुलिस पहुंची लेकिन तब तक अलाउद्दीन की मौत हो चुकी थी। एंबुलेंस की सहायता से घायल सर्फुद्दीन और दूसरी बाइक पर सवार मनीष (22) पुत्र उदय और आयुष पुत्र गोपाल निवासी नियामताबाद को जिला अस्पताल पहुंचाया गया। इस बीच रास्ते में ही सर्फुद्दीन की मौत हो गई। जिला अस्पताल में मनीष की हालत गंभीर देख डाक्टरों ने उसे भी बीएचयू ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया। पुलिस ने दोनों मृतकों के शव को आवश्यक लिखा पढ़ी के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इधर मामा-भांजा की मौत की सूचना पर दोनों परिवार में कोहराम मच गया। इफ्तार दावत की जगह मातम का माहौल हो गया।