बताते हैं कि क्षेत्र के मसौनी गांव निवासी अतुल कुमार मिश्रा की गर्भवती पत्नी शालू की तबियत खराब होने पर परिजनों ने सात जनवरी को मातृ व शिशु विंग में भर्ती कराया था। गुरुवार को महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया। चिकित्सकों के मुताबिक बच्चा मरा हुआ पैदा हुआ था। परिजनों का आरोप है कि चिकित्सक डा. रजनी चैरसिया की ओर से इलाज में लापरवाही बरती गई। समय पूरा होने से पहले ही प्री-मेच्योर डिलीवरी करा दी गई। इसके चलते शिशु की मौत हो गई।
चिकित्सक व फार्मासिस्ट के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई करने के साथ ही मुकदमा दर्ज कराया जाना चाहिए। नवजात की मौत से भड़के परिजनों ने अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया। इससे कुछ समय से अफरातफरी का माहौल कायम हो गया। लोगों ने तत्काल 112 नंबर पर फोनकर इसकी सूचना पुलिस को दी। एसडीएम व कोतवाल मौके पर पहुंच गए। एसडीएम ने अस्पताल प्रशासन और परिजनों से वार्ता कर मामले के बाबत जानकारी ली और समझा-बुझाकर शांत कराने की कोशिश की। लेकिन परिजन चिकित्सक व फार्मासिस्ट को निलंबित करने और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग पर अड़े रहे। इस पर एसडीएम ने परिजनों से पूरे मामले के बारे में प्रार्थना पत्र देने को कहा। बोले, मामले की तफ्तीश की जाएगी। आरोप सही पाए जाने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
BY- SANTOSH JAISWAL