बताया जाता है कि तेनुवट गांव के जितेन्द्र की शादी सन 2009 में बलुआ थाने के उतड़ी गांव निवासी स्वर्गीय नवरंग राम की पुत्री निशा से हुई थी। जितेन्द्र एवं निशा के दो पुत्र प्रभाकर छह वर्ष, कमलाकर तीन वर्ष और एक पुत्री डेढ़ साल की आकांक्षा हैं। पिछले कई माह से आर्थिक तंगी के कारण परिवार में कलह हो रही थी। जिससे आजिज आकर शुक्रवार की रात निशा अपने कमरे से निकली। काफी देर बाद तक घर नहीं लौटने पर परेशान परिजनों ने अपने स्तर से काफी खोजबीन की, लेकिन उसका कोई पता नहीं चल सका। सुबह रेलवे लाइन के किनारे शव मिलने पर सनसनी फैल गयी। मौके पर पहुंचे परिजनों ने उसकी शिनाख्त निशा के रूप में की। परिजनों के अनुसार अक्सर विवाहिता परिवार की माली हालत देखकर जान देने की बात कहती थी।
परिजनों में मचा कोहराम
निशा की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया। सभी का रो-रोकर बुरा हाल था, वहीं इससे अनजान मासूम सभी का चेहरा देख रहे थे। पति जितेन्द्र मजदूरी करके परिवार का भरण पोषण करता था।
निशा की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया। सभी का रो-रोकर बुरा हाल था, वहीं इससे अनजान मासूम सभी का चेहरा देख रहे थे। पति जितेन्द्र मजदूरी करके परिवार का भरण पोषण करता था।
By : संतोष कुमार