इस विवाद के बीच विज को उनके वाट्सअप ग्रुप और फेसबुक आदि पर लोगों द्वारा लगातार राय भेजी जा रही है। विज के प्रस्ताव के बाद बहुत से लोग इस बात के लिए सहमत हैं कि गाय को राष्ट्रीय पशु का दर्जा प्रदान करके इसके संरक्षण को केंद्र व राज्य स्तर पर अभियान चलाया जाए। विज के प्रस्ताव पर इक्का-दुक्का लोगों ने ही बाघ को राष्ट्रीय पशु रखे जाने की बात कही है अलबत्ता 80 फीसदी लोग गाय को राष्ट्रीय पशु का दर्जा दिए जाने को लेकर सहमत हैं।
माना जा रहा है कि अनिल विज सोशल मीडिया के माध्यम से आम राय कायम करने के बाद हरियाणा की तरफ से एक हस्ताक्षर पत्र केंद्र को भेज सकते हैं। हालांकि हरियाणा सरकार द्वारा इस मुद्दे पर अभी तक कोई साझा बयान जारी नहीं किया गया है। हरियाणा में भाजपा की सरकार बनने के बाद शुरू हुई गाय की राजनीति कहां जाकर रूकेगी इसका अंदाजा नहीं है लेकिन गाय को आगे रखकर चल रहे अनिल विज फिर से सुर्खियों में हैं।