पार्टी विधायकों का नेतृत्व कर रहे नेता प्रतिपक्ष हरपाल चीमा ने पत्रकारों को बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के करीबी दयाल सिंह कोलियानवाली के खिलाफ विजिलेंस ब्यूरो ने आय से अधिक सम्पत्ति का मामला दर्ज किया था। इस सिलसिले में ब्यूरो ने उन्हें गिरफ्तार किया था लेकिन सरकार के दवाब से ब्यूरो ने अदालत में ढील देकर दयाल सिंह की जमानत का रास्ता साफ कर दिया। वे इस तरह दयाल सिंह को जमानत पर रिहा कराए जाने का विरोध कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि दयाल सिंह पंजाब में वर्ष 2009 से 2014 के अकाली शासन के दौरान प्रमुख पदों पर रहे थे। विजिलेंस ब्यूरों ने इसी अवधि में उनकी सम्पत्ति में हुए इजाफे की जांच की थी। चीमा ने कहा कि दयाल सिंह के मामले में कांग्रेस सरकार की अकाली दल के साथ मिलीभगत के अलावा अनुसूचित जाति के छात्रों को पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप मुहैया कराने में राज्य सरकार के ढुलमुल रवैये के विरोध में भी बायकाट किया गया है।