21 दिन का एकांतवास कैप्टन अमरिन्दर सिंह सिविल प्रशासन और पुलिस विभाग के उच्च अधिकारियों को साथ लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा डीसी (उफायुक्तों) के साथ मौजूदा स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने उन सभी को 21 दिनों के एकांतवास पर भेजने के आदेश दिए हैं जो इस साल जनवरी महीने से निजामुद्दीन (दिल्ली) से लौटे हैं। पुलिस व सिविल प्रशासन के सभी अधिकारियों को कहा है कि निजामुद्दीन से लौटने वालों को ढूँढने के लिए मुस्तैदी के साथ मुहिम शुरु की जाये। उन्होंने पुलिस और स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए हैं कि वह विशेष टीम बनाकर निजामुद्दीन से पंजाब आने वालों को ढूँढकर अपेक्षित कार्यवाही करें।
पंजाब से 200 लोग निजामुद्दीन गए थे पंजाब के पुलिस महानिदेशक दिनकर गुप्ता के अनुसार अलग-अलग समय पर पंजाब से 200 व्यक्ति निजामुद्दीन गए थे और वापस लौटे थे। इस तरह 12 जिलों के प्रभावित होने की आशंका है। उनको ढूँढने के अलावा दूसरे राज्यों के व्यक्तियों को भी ढूँढा जा रहा है जो तबलीगी जमात के काम के लिए पंजाब आए हैं। स्वास्थ्य विभाग को भी इस बारे में बता दिया गया है और उनको ढूँढने की कोशिशें जारी हैं। अभी तक कोरोना प्रभावित ऐसा कोई केस सामने नहीं आया।
एकांतवास में भेजे प्रमुख सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अनुराग अग्रवाल ने मुख्यमंत्री को बताया कि विभाग को अब तक ऐसे व्यक्तियों में से 125 की सूची मिली है जिनमें से 73 का पता लगाया गया है और 25 मामलों के नमूने एकत्रित कर लिए गए हैं। इनमें से कुछ 19 मार्च को मानसा आए थे। उन्होंने कहा कि एहतियात के तौर पर कदम उठाते हुए सभी को एकांतवास में भेज दिया गया है।
नहीं मिले लक्षण कपूरथला के डिप्टी कमिश्नर ने मुख्यमंत्री को बताया कि निजामूद्दीन से लौटे 31 व्यक्तियों को एकांतवास में रखा गया है, हालांकि उनमें अभी तक लक्षण नहीं पाए गए। पटियाला में भी 29 व्यक्तियों को एकांतवास में रखा गया है परन्तु उनमें भी लक्षण नहीं पाए गए। संगरूर के जिला पुलिस प्रमुख ने बताया कि निजामुद्दीन से लौटे जिन व्यक्तियों के नाम उनको हासिल हुए हैं, उन सभी को ढूँढा जा चुका है और उनके नमूने लिए गए हैं और बहुत से मामलों में अलग रहने का समय समाप्त हो चुका है।
पाक के चार में से तीन संक्रमित डी.जी.पी. दिनकर गुप्ता के सुझाव पर कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने अमृतसर में मौजूद पाकिस्तानी नागरिकों को भी एकांतवास का भी आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि इस गंभीर समय में किसी भी तरह की कोताही को राज्य बर्दाश्त नहीं कर सकता। अमृतसर के डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि पाकिस्तान ने दिल्ली से लौटे अपने नागरिकों में से चार को मुल्क आने की इजाज़त दी है, जिनमें से तीन कोरोना पॉजि़टिव हैं। उन्होंने बताया कि बी.एस.एफ. और इमीग्रेशन स्टाफ जिनके साथ वह सम्पर्क में आए थे, को भी एकांतवास में रखा गया है। उन्होंने बताया कि कुछ पाकिस्तानी अभी भी अमृतसर में फंसे हुए हैं।
पद्म श्री भाई निर्मल सिंह के परिजन एकांतवास में डिप्टी कमिश्नर के मुताबिक जम्मू-कश्मीर से कुछ मेडिकल के विद्यार्थी भी लॉकडाउन के कारण फंसे हुए हैं, उन्होंने एकांतवास का समय भी मुकम्मल कर लिया है। मीटिंग के दौरान बताया गया कि हज़ूरी रागी पद्म श्री भाई निर्मल सिंह जी जो आज चल बसे, के परिवार को भी एकांतवास में रखा गया है। भाई निर्मल सिंह जी ने मोगा में एक विवाह समागम में शिरकत की थी और जो व्यक्ति इस समागम में उनके संपर्क में आए थे, को भी एकांतवास में रखा गया। गौरतलब है कि उनमें कोरोना के लक्षण नहीं पाए गए हैं।