लोकसभा चुनाव की घोषणा होने के बाद आज पहला मौका था जब किसी राजनीतिक दल ने चुनावी रैली का आयोजन किया है। अमित शाह करीब दो साल के अंतराल के बाद चंडीगढ़ पहुंचे थे। शाह की रैली के दौरान रविवार को पहला मौका था जब भाजपा कॉडर और मोदी व शाह के नाम पर पार्टी का समर्थन करने वाला सामान्य मतदाता भी घर से बाहर निकला हुआ था।
कार्यकर्ताओं की भीड़ व उत्साह को देखकर गदगद हुए अमित शाह ने भरे मंच से किरण खेर की जमकर न केवल तारीफ की बल्कि उन्हें सर्वगुण संपन्न करार देकर यहां तक कह दिया कि चाहे वह फिल्मों का क्षेत्र हो या फिर राजनीति का हो, किरण खेर हर जगह सफलता के झंडे गाडकर अपने विरोधियों का मुंह बंद करवाया है। अमित शाह के इस दौरे के बाद भारतीय जनता पार्टी की चुनाव मुहिम अब तेजी पकड़ेगी। आज के दौरे के दौरान अमित शाह ने चंडीगढ़ वासियों को परोक्ष रूप से यह संदेश देने का भी प्रयास किया कि हाईकमान में लंबे विचार-विमर्श के बाद खेर को चुनाव मैदान में उतारा है। हाईकमान के इस फैसले के बेहतर परिणाम आने वाले समय में दिखाई देंगे।
विरोधियों को अब बदलनी पड़ेगी चुनावी रणनीति
अमित शाह के चंडीगढ़ दौरे के बाद भाजपा खेमा जहां पूरी तरह से उत्साहित है वहीं अब चुनावी रण में उतरे विरोधी दलों के प्रत्याशियों को अपनी रणनीति बदलनी पड़ेगी। अभी तक किसी भी दल ने यहां चुनावी रैली नहीं की है। हालांकि चंडीगढ़ से चुनावी रण में उतरे आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी पूर्व केंद्रीय मंत्री हरमोहन धवन चुनाव घोषणा से पहले अरविंद केजरीवाल की रैली का आयोजन कर चुके हैं लेकिन उन्हें इसमें आशातीत सफलता नहीं मिली थी। कांग्रेस प्रत्याशी पवन बंसल ने अभी तक किसी तरह का बड़ा आयोजन नहीं किया है। लेकिन अमित शाह के चंडीगढ़ दौरे ने राजनीतिक रूप से बड़ी लाइन खींचने का काम किया है। जिसके चलते अब विरोधियों को अपनी रणनीति बदलनी पड़ेगी।
भाजपा ने चुनावी फतेह के लिए बनाई ठोस प्लानिंग
चंडीगढ़ लोकसभा सीट को फतेह करने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने ठोस चुनावी रणनीति बनाई है। भाजपा ने यहां प्रचार के लिए लंबी-चौड़ी सूची तैयार की है। जिसके तहत किरण खेर के नामांकन में जहां हरियाणा व उत्तराखंड के मुख्यमंत्रियों ने भाग लिया था वहीं गत दिवस केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी चंडीगढ़ का दौरा कर चुके हैं। दो दिन पहले फिल्म अभिनेता,निर्माता व निर्देशक सतीश कौशिक भी चंडीगढ़ में खेर के समर्थन में पद यात्रा कर चुके हैं। आने वाले दिनों में केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी भी चंडीगढ़ का दौरा कर सकती हैं।