मुख्यमंत्री ने चार मंत्रियों को छोडकर बाकी मंत्रियों के विभाग बदल दिए है। बलबीर सिद्धू का पशुपालन और डेयरी विभाग तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा को सौंपा गया है। तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा को उच्च शिक्षा विभाग भी सौंपा गया है। उनके पास पहले से मौजूद ग्रामीण विकास विभाग भी बरकरार रखा गया है। तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा भी मुख्यमंत्री के खास की श्रेणी में शुमार किए जाते है। बाजवा से आवास और शहरी विकास विभाग लेकर सुखिंबदर सरकारिया को सौंपा गया है। सरकारिया से राजस्व विभाग लेकर गुरप्रीत सिंह कांगर को सौंपा गया है।
मनप्रीत बादल के पास वित्त, आयोजना एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन विभाग बनाए रखे गए हैं लेकिन मुख्यमंत्री ने शासन सुधार विभाग अपने हाथ में ले लिया है। स्कूल शिक्षा विभाग ओपी सोनी से लेकर विजय इंदर सिंगला को सौंपा गया है। सिंगला के पास लोक निर्माण विभाग बरकरार रखा गया है लेकिन सूचना प्रोद्योगिकी विभाग मुख्यमंत्री ने अपने पास ले लिया है। सोनी के पास अब चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान ,स्वतंत्रता सैनानी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग सौंपे गए है। राणा गुरमीत सोढी अब युवा एवं खेल मामलों के अलावा एनआरआई मामले भी देखेंगे। एनआरआई मामले अब तक मुख्यमंत्री के पास थे। अरूणा चौधरी से परिवहन विभाग लेकर रजिया सुल्तान को सौंपा गया है। रजिया सुल्तान के पास जलापूर्ति विभाग भी रहेगा। रजिया सुल्तान से उच्च शिक्षा विभाग ले लिया गया है। अरूणा चौधरी को सामाजिक सुरक्षा,महिला और बाल विकास विभाग सौंपे गए हैं। चार मंत्रियों के विभाग नहीं बदले गए हैं। इनमें वन मंत्री साधु सिंह धर्मसोत,जेल व सहकारिता मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा,उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री सुन्दर शाम अरोडा और खाद्य व नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री भारत भूषण आशु शामिल है।