अगर काम नहीं करते हैं तो 500 टन कूड़ा कैसे उठता है सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान कृष्ण कुमार चड्डा ने बताया कि निर्णय लिया है और जब तक घड़ियों को भी बंद नहीं किया जाएगा तब तक सफाई कर्मचारी यूनियन का आंदोलन जारी रहेगा। नगर निगम की वित्तीय हालत बहुत ही गंभीर परिस्थिति में चल रही है। इसके बाद भी उच्च अधिकारी 18 लाख रुपया प्रतिमाह किराए पर घड़ियां लेकर आ गए हैं। सफाई कर्मचारियों को देन के लिए वेतन नहीं है, लेकिन घड़ियों का किराया दिया जा रहा है। घड़ियों पऱ फालतू खर्च किया जा रहा है। चंडीगढ़ शहर में सफाई कर्मचारी 500 टन कूड़ा डंपिंग ग्राउंड पर भेजते हैं। अगर सफाई कर्मचारी काम नहीं करते तो 500 टन कूड़ा कैसे पहुंचता है। क्या घड़ी काम करेंगी या कर्मचारी काम करेंगे। अगर घड़ी को सुपरविजन करना है तो चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टर की क्या जरूरत है, इनको भी हटाया जाए।
ये है मांग इस संबंध में हुई बैठक में सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान कृष्ण कुमार, ओमपाल चावल, बाबूराम, सुभाष, अशोक, बागड़ी बिरम पाल तिसावर, लोकेंद्र ने कहा कि 21 अगस्त को काम बंद करके दिखा देंगे तो सफाई कर्मचारी क्या करते हैं। नेताओं ने कहा कि दैनिक वेतन भोगी को पक्का किया जाए। ठेके पर लगे कर्मचारियों को नियमित किया जाए। कर्मचारियों को समान वेतन और दिया जाए। तेल और साबुन दिया जाए। आज नगर निगम के पास जीरो बैलेंस है तो घड़ियां किराये पर लेने की क्या जरूरत है।