इस बैठक में पूव्र मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के अलावा पार्टी प्रभारी गुलाम नबी आजाद, राष्ट्रीय महासचिव मधुसूदन मिस्त्री भी मौजूद रहेंगे। विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस की यह पहली बैठक है। हरियाणा कांग्रेस का प्रदेश में इस समय कोई संगठन नहीं है। आपसी खींचतान के चलते पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर अपने कार्यकाल के दौरान प्रदेश में कांग्रेस का ब्लाक व जिला स्तर पर संगठन नहीं खड़ा कर सके थे। अशोक तंवर द्वारा गठित प्रकोष्ठों व अन्य नियुक्तियों को कुमारी शैलजा द्वारा हालही में भंग कर दिया गया था। कुमारी शैलजा ने अपने कार्यकाल के दौरान महज आधा दर्जन नियुक्तियां ही की हैं। जिनमें मुख्य रूप से प्रवक्ता, संयोजक तथा कोषाध्यक्ष शामिल हैं।
कुमारी शैलजा द्वारा बुलाई बैठक में चुनाव हारने वाले सभी प्रत्याशियों, जिला समन्यवकों के अलावा उन सभी नेताओं को बुलाया गया है कि जिन्होंने चुनाव के दौरान अहम भूमिका निभाई है। कांग्रेस पार्टी द्वारा पांच नवंबर से 15 नवंबर तक विभिन्न मुद्दों पर आंदोलन किया जाएगा। इस दौरान कांग्रेस पार्टी द्वारा सदन से लेकर सडक़ तक भाजपा सरकार को घेरा जाएगा।