script

पंजाब की कांग्रेस सरकार की कर्ज माफी से नाखुश किसान संगठन

locationचंडीगढ़ पंजाबPublished: Jan 24, 2019 07:35:55 pm

किसान संगठनों ने स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू करते हुए फायदा देने की मांग की हैं…

FILE PHOTO

FILE PHOTO

(चंडीगढ): हाल में तीन राज्यों में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सरकारों के गठन के बाद किसानों की कर्ज माफी की गई है लेकिन दो साल पहले पंजाब में बनी कांग्रेस सरकार चुनावी वायदे के अनुसार कर्ज माफी से किसान संगठनों को खुश नहीं कर पा रही है।

 

कर्जमाफी वोट बटोरने का तरीका— किसान संगठन

पंजाब की कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार द्वारा किसानों की कर्ज माफी के तीसरे चरण में चेक वितरित किए गए। इस पर भारतीय किसान यूनियन लक्खोवाल के अध्यक्ष अजमेर सिंह लक्खोवाल का कहना है कि शुरुआत अच्छी हुई है लेकिन जिस तरह से किसानों के सिर पर पर कर्ज चढ़ा हुआ है उसमें से अगर थोड़ा कर्जा उतर जाएगा तो किसानों को राहत नहीं मिलने वाली। यह सिर्फ वोट बटोरने का तरीका है क्योंकि लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं।


उन्होंने कहा जब तक किसानों के सिर से कर्ज पूरी तरह नहीं उतारा जाता तब तक किसानों को किसी तरह का फायदा नहीं होने वाला। उन्होंने कहा कि किसानों को कर्ज मुक्त करने के बाद स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू करते हुए फायदा नहीं दिया जाता तब तक किसान को राहत नहीं मिल सकती।

 

लखोवाल ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा गेहूं की खरीद को लेकर एक नया फॉर्मूला लागू करने की तैयारी की जा रही है। इसके तहत पूरी खरीद केंद्र सरकार की तरफ से की जाएगी। लाखोंवाल ने कहा कि यह एक निंदनीय कदम है और इसके पीछे अमेरिका की साजिश है। पहले 30 फीसदी फसल एफसीआई खरीदती थी जो कि अब 12 फीसदी खरीदती है और अगर यह फैसला लागू किया जाता है तो फसलें मंडियों में खराब होगी। लेकिन हम चेतावनी देते हैं कि अगर ऐसा होता है तो हम बड़े स्तर पर संघर्ष कर सरकार का विरोध करेंगे।

ट्रेंडिंग वीडियो