नेता झूठ का सहारा लेते है।
जनरल जेजे सिंह ने वर्ष 2017 में पंजाब विधानसभा चुनाव में अकाली दल-बादल के टिकट पर पटियाला सीट पर मुख्यमंत्री कैप्टैन अमरिंदर सिंह के खिलाफ चुनाव लडा था लेकिन हार गए थे। जेजे सिंह इससे पहले राज्यपाल भी रहे है। हाल में वे अकाली दल-बादल छोडकर अकाली दल-टकसाली में शामिल हुए थे।
जनरल जेजे सिंह ने यहां प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पाकिस्तान में न तो सरकार चलाने के लिए कोई प्रणाली है और न ही कोई जवाबदेही है। वहां मीडिया को भी आजादी नहीं है। हमारे देश में तो मीडिया भी लोकतंत्र का मजबूत स्तम्भ है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान तो अपने सैनिको का भी सम्मान नहीं करता। करगिल संघर्ष के दौरान मीडिया के लिए ब्लैक आउट कर दिया गया था तो संघर्ष में शहादत देने वाले सैनिकों को चुपचाप दफनाने की हिदायत दी जाती थी। जबकि हमारे देश में शहीद सैनिकों को पूरा सैनिक सम्मान दिया जाता है।