अभी दो दिन पहले ही लकड़ी के तस्करों द्वारा वन विभाग के अधिकारियों पर हमला किया गया था। अभी यह मामला ठंडा भी नहीं हुआ था कि आज माइनिंग माफिया द्वारा विधायक पर हमला किए जाने से सरकार की कार्यशैली कटघरे में है।
रोपड़ से आम आदमी पार्टी के विधायक अमरजीत सिंह संधोआ लंबे समय से माइनिंग माफिया के विरूद्ध आवाज उठा रहे हैं। संधोआ विधानसभा के बाहर व भीतर यह मुद्दा उठाते रहे हैं। संधोआ को बृहस्पतिवार की सुबह कुछ लोगों ने सूचना दी कि रोपड़ के अंतर्गत आते नूरपुरबेदी के इलाके में कुछ लोगों द्वारा खनन किया जा रहा है। यह सूचना मिलते ही संधोआ अपने सुरक्षा कर्मियों के साथ मौके पर पहुंच गए।
घटनाक्रम की सूचना मिलते ही कुछ मीडिया कर्मी भी मौके पर पहुंच गए। संधोआ जब माइनिंग में लगे हुए लोगों से पूछताछ कर रहे थे तो उन्होंने कोई साफ जवाब देने की बजाए विधायक पर हमला कर दिया। माइनिंग माफिया के करीब एक दर्जन हमलावरों ने विधायक तथा उनके साथ मौजूद गनमैन को घेरकर पीटना शुरू कर दिया। जिससे विधायक व उनके गनमैन की पगडिय़ां उतर गई।
सूत्रों के अनुसार इसी दौरान माफिया के एक व्यक्ति ने संधोआ पर तेज हथियार से हमला कर दिया। बताया जाता है कि माइनिंग माफिया ने घटनास्थल पर मौजूद मीडिया कर्मियों के कैमरे छीनने का प्रयास करते हुए उनके साथ भी हाथापाई की। इसी दौरान मौके पर मौजूद एक अन्यु पुलिस कर्मी तथा मीडिया कर्मियों ने घायल विधायक को रोपड़ के अस्पताल में पहुंचाया। जहां उनकी हालत गंभीर होने के कारण पीजीआई चंडीगढ़ रैफर कर दिया।
जहां संधोआ का उपचार किया जा रहा है। इसी दौरान पुलिस ने करीब एक दर्जन आरोपियों के विरूद्ध मामला दर्ज करते हुए तीन आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है। इस बीच पंजाब पुलिस महानिदेशक सुरेश अरोड़ा ने बताया कि पूरे घटनाक्रम की जांच एसआईटी द्वारा की जाएगी। इसके लिए आला अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं।