इस अभियान टीम में शामिल स्वास्थ्य विभाग के हैल्थ इंस्पेक्टर वीरेन्द्र सिंह, डीएचओ डा गीत दहिया और ड्रग्स विभाग के ड्रग्स कंट्रोल अफिसर संदीप हुड्डा थे, जिन्होंने मुरथल में चल रहे ख्याति प्राप्त 21 ढाबों पर छापा मार कर एक लाख 35 हजार रुपए कीमत की नकली सिगरेट बरामद की विभागीय अधिकारियों के अनुसार विश्व स्वस्थ्य संगठन के नियमानुसार सिगरेट की एक डिब्बी के कवर पर करीब 85 प्रतिशत जगह पर सचित्र वैद्यानिक चेतावनी लिखना अनिवार्य है, जो किसी भी डिब्बी में नहीं मिले ।
उपभोक्ताओं को इसी दिशा में प्रयासरत संगठन इनफिनिट अचीवर्स के प्रवक्ता सुनीत नरुला के अनुसार बाजार में ऐसी नकली और विदेशी सिगरेटों के कारण सरकार को सालाना 13 हजार करोड़ रुपए का नुकसान भी हो रहा है। इस दिशा में उपभोक्ताओं और सरकारी अधिकारियों को सजग करना जरुरी है, क्योंकि इस तरह के गैरकानूनी कामों से सरकार के कर राजस्व और व्यक्ति के स्वस्थ्य दोनों को हानि पहुंचती है। गौरतलब है कि सस्ती खरीद कर दुकानदार विदेशी ब्रांड के नाम पर ज्यादा मर्जिन से यह सिगरेट बेचते हैं। विभागीय कार्यावाही के चलते ऐसी गैर कानूनी फैक्टियां पंजाब, फरीदाबाद, हरियाणा, नोयडा, गाजियाबाद, गाजियाबाद, यूपी, मध्य प्रदेश सहित राज्यों में भी पकड़ी जा चुकी हैं।