केवल दी नसीहतें
जाखड ने कहा कि उम्मीद तो यह थी कि प्रधानमंत्री इस रैली में किसानों के कर्ज माफ करने और पंजाब को विशेष दर्जा देने जैसे ऐलान करेंगे लेकिन उन्होंने सिर्फ कांग्रेस को कोसा और नसीहतें बांटने का काम किया। जाखड ने कहा कि जिस तरह से किसानों की फसल पर लागत बढी है उससे खरीफ के समर्थन मूल्यों में बढोतरी बेमानी हो गई है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने गुरू नानक देव के 550 वें प्रकाश पर्व को मनाने के लिए भी किसी पैकेज का ऐलान नहीं किया। अकाली दल के नेता सुखवीर बादल ने प्रधानमंत्री का इस ओर ध्यान दिलाने का प्रयास किया तो इसके जवाब में उन्होंने कहा कि गुरू नानक देव की शिक्षाओं से सभी को प्रेरणा लेना चाहिए। जाखड ने कहा कि इन शिक्षाओं से सभी प्रेरणा ले रहे है। सिर्फ भाजपा ही वंचित है। प्रधानमंत्री यह भी कह गए कि भाजपा के काम से कांग्रेस चिंतित है लेकिन
वास्तव में देश के अल्पसंख्यक समुदाय चिंतित है। रैली के मंच पर अकाली नेता और पूर्व मंत्री विक्रम मजीठिया नहीं थे। क्या उनको मंच पर न ले जाने की हिदायत दी गई थी।
जाखड ने कहा कि भटिंडा एम्स को लेकर प्रधानमंत्री ने पंजाब सरकार की आलोचना की है। उन्होंने लोकसभा के आगामी सत्र के लिए एक प्रश्न लगाया है कि सरकार बताए कि उसने कितने एम्स को मंजूरी दी और कितने चालू हुए। जाखड ने कहा कि पंजाब सरकार किसानों के कर्ज माफ कर रही है। अभी ढाई एकड तक के किसानों के सहकारी संस्थाओं के दो लाख किसानों के कर्ज माफ किए जा रहे है। इसके बाद पांच एकड तक के किसानों के सहकारी कर्ज माफ किए जाएंगे। इसके बाद सार्वजनिक बैंकों और फिर अन्य प्राइवेट बैंकों के कर्ज माफ किए जाएंगे। करीब साढे दस लाख किसानों के कर्ज माफ किए जाएंगे।