वार्ता की जरूरत पर जोर दिया
सिद्धू ने पाकिस्तान दिवस पर पाकिस्तान सेना प्रमुख द्वारा दिए गए बयान पर सवालों को दरकिनार करते हुए इस्लामाबाद के साथ वार्ता की जरूरत पर जोर दिया। सिद्धू के पिछले माह इस्लामाबाद में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह के अवसर पर सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा के गले मिलने पर देश में कडी आलोचना की गई थी। सिद्धू ने यहां शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने विभिन्न पक्षों से सलाह करने के बाद करतारपुर कॉरिडोर खोलने का फैसला किया है।
वीसा की जरुरत नहीं होने का दावा
सिद्धू ने यह दावा भी किया कि करतारपुर जाने के लिए वीसा भी नहीं लेना पडेगा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की ओर से इस सिलसिले में जल्दी ही औपचारिक घोषणा की जाएगी। सिद्धू इस मामले में पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवद चौधरी के बयान का हवाला दे रहे थे। चौधरी ने दोनों देशों के बीच बातचीत की जरूरत भी बताई है। सिद्धू ने कहा कि पाकिस्तान को भारत की ओर से वार्ता की तिथियां तय किए जाने का इंतजार है।
सकारात्मक जवाब दे
सिद्धू ने कहा कि इस सदभावना पहल के लिए मैं अपने मित्र इमरान खान का धन्यवाद व्यक्त करता हूं। इमरान दो कदम नहीं बल्कि मीलों चले है। इमरान ने असीमित संभावनाओं के द्वार खोल दिए है। मैं सदैव के लिए आभारी हूं। सिद्धू ने कहा कि पडौसी देश के सदभावना संकेत का भारत सरकार सकारात्मक जवाब दे। पाकिस्तान ने दोस्ताना संदेश भेज दिया है। शांति के मार्ग पर चलकर मुददों को हल किया जा सकता है। वार्ता के जरिए क्षेत्र में समृद्धि लाई जा सकती है। पाकिस्तान की ओर से वार्ता की उतावली दिखाई दे रही है।