एमपी प्रचार में बोले सिद्धू
सिद्धू ने मध्यप्रदेश में कांग्रेस के लिए चुनाव प्रचार के दौरान दोनों देशों के फैसलों का श्रेय अपनी पाकिस्तान यात्रा को दिया है। सिद्धू ने कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में उनके पहुंचने से करतारपुर कॉरिडोर खोले जाने का रास्ता साफ हुआ है। कॉरिडोर खोले जाने से 15 से 16 करोड सिखों को तीर्थ यात्रा का लाभ मिलेगा। उन्होंने केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि उनका पाकिस्तान सेना प्रमुख के गले लगना रफाल सौदे से तो बेहतर है।
उल्लेखनीय है कि इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान नवजोत सिद्धू के पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल जावेद कमर बाजवा के गले मिलने की देश में कडी आलोचना की गई थी। आलोचकों ने कहा था कि एक ओर तो पाकिस्तान सेना भारतीय जवानों की हत्या कर रही है और देश के नागरिकों पर गोलियां बरसा रही है लेकिन दूसरी ओर नवजोत सिद्धू पाकिस्तान सेना प्रमुख के गले लग रहे है।
सिद्धू के पाक जाने पर मचा था घमासान
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह ने भी सिद्धू के पाकिस्तान सेना प्रमुख के गले लगने को गलत ठहराया था। इस आलोचना के जवाब में सिद्धू ने सफाई दी थी कि पाकिस्तान सेना प्रमुख ने उनको कहा था कि सरकार करतारपुर कॉरिडोर खोलने पर विचार कर रही है तो वे भावुकता में गले लग गए।
इसके बाद सिद्धू ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात कर करतारपुर कॉरिडोर खोले जाने की मांग पाकिस्तान सरकार से करने का अनुरोध भी किया था। हाल में मुख्यमंत्री केप्टेन अमरिंदर सिंह ने भी इसी मांग को लेकर केन्द्र सरकार को पत्र भेजा था। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा सिद्धू पर निशाना साधते हुए उनके पाकिस्तान सेना प्रमुख के गले लगने का मुद्या उठा रही है। इसके जवाब में सिद्धू ने कहा कि कम से कम वह रफाल सौदा तो नहीं था।
अकाली दल ने उठायी थी मांग— बादल
पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री और अकाली दल के नेता सुखवीर बादल ने इस पर कहा कि कॉरिडोर खुलवाने में सिद्धू की क्या भूमिका है?उन्होंने कहा कि सिद्धू श्रेय लेना चाह रहे है। उन्होंने कहा कि अकाली दल ने केन्द्र सरकार से अनुरोध किया था कि कॉरिडोर खोलने का मुद्या पाकिस्तान सरकार के समक्ष उठाया जाए। उन्होंने कहा कि जल्दी ही अकाली दल और शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबन्धक कमेटी का प्रतिनिधिमंडल करतारपुर जाएगा।