जानिए-क्या कहा था खैहरा ने
सुखपाल खैहरा ने हाल में अपने ट्वीट में कहा था कि सिखों के उत्पीड़न और आॅपरेशन ब्ल्यू स्टार एवं सिख कत्लेआम जैसे मुद्दों पर न्याय न किए जाने के कारण रेफरेंडम-2020 कराया जा रहा है। जब खैहरा से इस ट्वीट पर पत्रकारों ने सवाल किया था कि क्या वे रेफरेंडम का समर्थन कर रहे हैं, तो उन्होंने जवाब में कहा था कि बस उन्हें इतना ही कहना है। इससे आगे वे कुछ नहीं कहना चाहते हैं। खैहरा ने इस तरह रेफरेंडम-2020 का परोक्ष समर्थन किया था। इस पर पंजाब के दूसरे विपक्षी दल अकाली दल-बादल ने खैहरा पर देशद्रोह का मुकदमा चलाने की मांग की थी। मुख्यमंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह ने खैहरा के ट्वीट के मद्देनजर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल से रेफरेंडम पर रूख स्पष्ट करने की मांग की थी। खैहरा ने अपने रूख को जायज ठहराने के लिए कहा था कि मुख्यमंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह ने अमृतसर घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किए थे, जो कि रेफरेंडम जैसा ही था।
दिल्ली तलब हुए खैहरा
इस विवाद के चलते आम आदमी पार्टी नेतृत्व ने सुखपाल खैहरा को दिल्ली तलब किया था। खैहरा बुधवार को दिल्ली पहुंचे तों केजरीवाल ने उनसे मिलने से इनकार कर दिया। केजरीवाल ने उन्हें मनीष सीसोदिया से मिलने को कहा। मनीष सीसोदिया ने खैहरा को साफ-साफ कहा कि इस तरह के बयान बर्दाश्त नहीं किए जायेंगे। इस मुलाकात के बाद खैहरा ने कहा कि उनके बयान को तोड-मरोडकर पेश किया गया।