सीएम ने जानकारी दी कि तूफान के पहले ही ४७१ राहत केंद्र स्थापित कर दिए गए थे और ८२ हजार लोगों को इनमें ठहराया गया था। फिलहाल ३५१ केंद्रों में १ लाख ७७ हजार ५०० लोग हैं। अब तक की जानकारी के अनुसार गाजाजन्य घटनाओं से ३३ लोगों की मौत हुई हैं जिनमें ११ महिलाएं और २ बच्चे शामिल हैं। इनके अलावा ७० दुधारू पशु, २९७ भेड़ें, १२९६ मुर्गियां, ३० हिरण व १५८ बकरियां मरी हैं। इसी तरह १.२७ लाख पेड़ गिरने की खबर है। अभी क्षति का आकलन जारी है और संख्या बढ़ भी सकती है।
पलनीस्वामी ने कहा कि तटीय जिलों में ११ संयुक्त पेयजल कार्यक्रम शुरू कर दिए गए है। संक्रामक रोगों की रोकथाम के लिए २०३ चिकित्सा शिविर चलाए जा रहे है। ४३५ मोबाइल मेडिकल गाडिय़ां तैयार है। एक लाख तीस हजार लोग चिकित्सा शिविरों से लाभान्वित हुए हैं। भोजन उपलब्ध नहीं होने की शिकायत पर मुख्यमंत्री ने जवाब दिया कि सभी जिलों में कलक्टर और मंत्रियों के निरीक्षण में राहत कार्य जारी है। भोजन की समस्या कहीं नहीं है। भोजन उपलब्ध कराने के इंतजाम पूर्व में ही कर दिए गए थे। दूध भी भिजवाया गया है और दूध का पाउडर भी उपलब्ध है। पांच मंत्रियों की विशेष तैनाती इन जिलों में की गई है। उपमुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम ने भी राहत व बचाव कार्यों का जायजा किया है।