तमिलनाडु में आगामी गर्मियों में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए सत्ताधारी ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कडग़म (एआईएडीएमके) ने प्रदेश की जनता का रिझाना शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री ई पलनीस्वामी ने कोरोना वायरस महामारी को रोकने के लिए लागू किए गए लॉकडाउन के उल्लंघन और नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में किए गए प्रर्दशनों के लेकर दर्ज किए गए सभी मामलों को वापस लेने की घोषणा की है।
तेनकाशी में आयोजित एक रैली में मुख्यमंत्री पलनीस्वामी ने कहा कि सरकार ने कोरोना महामारी को रोकने के लिए लागू किए गए लॉकडाउन के उल्लंघन को लेकर दर्ज किए गए मामलों को वापस लेने का निर्णय किया है। इसी तरह सीएए के विरोध में किए प्रदर्शन को लेकर दर्ज किए गए मामले भी वापस लिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार ने दोनों मामलों में दर्ज किए गए कुल 10 लाख मामलों को वापस लेने की तैयारी शुरू कर दी है।
उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य जनता को परेशान करना नहीं है। ऐसे में इन सभी मामलों को वापस लेकर इनमें फंसे लोगों को राहत दी जाएगी। सभी मामलों को कानून के दायरे में रहकर वापस लिया जाएगा।
तमिलनाडु में अप्रैल-मई में होने हैं चुनाव
ज्ञातव्य है कि तमिलनाडु में 234 विधानसभा सीटों पर इस साल मई में चुनाव होने की संभावना है। इसमें सत्ताधारी एआईएडीएमके एक बार फिर से भाजपा के साथ चुनाव लड़ेगी। उसका प्रमुख मुकाबला डीएमके के साथ होगा।