मंत्री ने 136 बिस्तरों वाले जीरो डिले वार्ड के बारे में बताया कि अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए कुल 1,914 बिस्तरों की चिकित्सा सुविधा है. ऑक्सीजन सांद्रता 416 का उपयोग तरल ऑक्सीजन के उपयोग को कम करने और परिणामों को बेहतर बनाने के लिए किया जाता है।
वर्तमान में, 136 चिकित्सा सुविधाओं वाले बिस्तरों को उपयोग में लाया गया है। ताकि एम्बुलेंस में मरीजों को इंतजार नहीं करना पड़े। उनको इस वार्ड में पहले भर्ती कर उपचार दिया जाएगा। फिर जैसे ही ऑक्सीजन बेड उपलब्ध उनको वहां शिफ्ट कर दिया जाएगा।
एक संक्रमित से 400 लोगों को संक्रमण
मंत्री ने चौंकाने वाली बात बताई कि एक संक्रमित व्यक्ति से 400 लोग कोरोना प्रभावित हो सकते हैं। इसलिए कोरोना रोगियों वाले रिश्तेदारों को अनुमति नहीं दी जाती है।
मंत्री ने चौंकाने वाली बात बताई कि एक संक्रमित व्यक्ति से 400 लोग कोरोना प्रभावित हो सकते हैं। इसलिए कोरोना रोगियों वाले रिश्तेदारों को अनुमति नहीं दी जाती है।
चेन्नई में दिव्यांगों के घर जाकर टीकाकरण का काम शुरू हो गया है। ऑटो चालक, समाचार पत्र, भोजन और कूरियर वितरकों सहित कफ्र्यू के दौरान काम करने वालों को प्राथमिकता के आधार पर टीका लगाया जाएगा।
ऑक्सीजन की ज्यादा मांगा
चिकित्सा मंत्री सुब्रमण्यन ने बताया कि तमिलनाडु में ऑक्सीजन उत्पादन 400 टन है। हालांकि, मांग 470 टन है। तमिलनाडु की मांग को पूरा करने के लिए ट्रेन, जहाज और हवाई मार्ग से विभिन्न स्थानों से ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु के सरकारी और निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है।