वयोवृद्ध वेट्रीवेल (104) यहां अपनी पत्नी पिच्चाई (100) के साथ रहते थे। इनके पांच पुत्र, एक पुत्री व 23 पोते-पोतियां व प्रपौत्र हैं। वेट्रीवेल खेती बाड़ी कर गुजर बसर करते थे। पिछले कुछ सालों से कमजोरी की वजह से उन्होंने खेत जाना छोड़ दिया था।
इस बीच मंगलवार को वेट्रीवेल ने अंतिम सांस ली। घर वाले वेट्रीवेल के अंतिम संस्कार की तैयारी में लगे थे। यह देख पिच्चाई को गहरा झटका लगा और दिल का दौरा पडऩे से उसने भी दम तोड़ दिया।
लंबे दाम्पत्य जीवन की मिसाल रही इस जोड़ी को पूरे गांव ने श्रद्धांजलि अर्पित की।