तमिलनाडु के रामनाथपुरम में 71 वर्षीय बुजुर्ग की कोरोना वायरस से हुई मौत के बाद उसके जनाजे में शामिल हुए परिजन समेत 101 लोगों को होम क्वारंटाइन कर दिया गया है। रामनाथपुरम के कीलकारै
निवासी की कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि होने के बाद हडकंप मच गया।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कोरोना पॉजिटिव बुजुर्ग, उसके पडोसी और रिश्तेदार के मकानों को सील कर दिया गया है और मकानों में रह रहे लोगों हो होम क्वारंटीन कर दिया। पूरे इलाके को डिसइंफेक्शन किया गया। साथ ही लोगों से अपील की कि अपने घरों से 21 दिन तक बाहर न निकलें। जरूरत पडऩे पर स्वास्थ्य विभाग को सूचना देकर तब बाहर निकलें।
रामनाथपुरम निवासी 71 वर्षीय व्यक्ति को 2 अप्रैल सुबह 9.45 बजे चेन्नई स्थित स्टेनली मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उसी उसी दिन सुबह 11.45 बजे उसकी मौत हो गई थी। उसकी रिपोर्ट रविवार को आई जिसमें कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई लेकिन परिवार को उसी दिन शव सौंप दिया गया। परिजन शव को उसी दिन इनोवा एम्बुलेंस कार से रामनाथपुरम के कीलकारै ले गए जहां अगले दिन सुबह करीब १० बजे उसको सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया।
प्रशासन हुआ अलर्ट
बुजुर्ग की मौत कोरोना वायरस से होने की पुष्टि के बाद पुलिस प्रशासन अलर्ट हो गया है। बुजुर्ग के संपर्क में आए लोगों की तलाशी की जा रही है। बुजुर्ग हाल ही दुबई से आए थे और होम क्वारंटाइन में थे। तबियत बिगडऩे के बाद उन्हें स्टेनली सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन दो घंटे के भीतर ही उसकी मौत हो गई।
परिजन का आरोप
बुजुर्ग के परिजनों का आरोप है कि बुजुर्ग की मौत कोरोना वायरस के संक्रमण से होने की बात उन्हें नहीं बताई गई, जिस वजह से कोई सुरक्षा सावधानियां नहीं बरती गई। हमें यह भी नहीं बताया गया कि वह कोरोना वायरस संदिग्ध है और न उनके सैंपल के रिपोर्ट आने वाले है। शव को कपड़े और पॉलीथिन की परतों में लपेटकर परिजन पैतृक गांव ले गए।
सरकार की सफाई
स्वास्थ्य सचिव बीला राजेश का कहना है कि बुजुर्ग को जब अस्पताल लाया गया तब उनकी हालत बेहद नाजुक थी और संदेह होने पर उनका सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया लेकिन भर्ती होने के दो घंटों के भीतर ही मौत हो गई। सैंपल के रिपोर्ट शनिवार रात आए थे लेकिन बुजुर्ग की मौत होने के बाद जरूरी कागजात पूरी करने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।
वहीं स्टेनली सरकारी अस्पताल के अधिकारियों का भी कहना है कि उनकी ओर से पूरी सावधानी बरती गई। परिवार को प्रोटोकॉल के तहत शव दिया गया था।